करवा चौथ की रात रुकने से प्रेमिका का इंकार,प्रेमी ने दी रूह कांपने वाली मौत

CRIME FARRUKHABAD NEWS POLICE

लखनऊ:सआदतगंज के रामनगर से छह माह पहले लापता हुई युवती रामजानकी का शव बरामद किया गया है। युवती की हत्या उसके प्रेमी ने की थी और शव को अपने घर के भीतर ही दफना दिया था। पुलिस ने आरोपित प्रेमी विजेंद्र कुमार यादव उर्फ मोटू को गिरफ्तार कर जमीन की खोदाई कराने के बाद शव को बाहर निकलवाया, जिसके बाद पूरा मामला सामने आया।
ये है पूरा मामला
एएसपी पश्चिम विकास चंद्र त्रिपाठी के मुताबिक, अक्टूबर 2018 में रामजानकी उर्फ रूबी घर से लापता हो गई थी। एक नवंबर को रूबी की मां ने सआदतगंज कोतवाली में बेटी की गुमशुदगी दर्ज कराई थी। छानबीन के दौरान पुलिस को कोई अहम सुराग नहीं मिल रहा था। इस बीच पुलिस ने सर्विलांस के जरिए रूबी के मोबाइल फोन का ब्योरा निकाला तो विजेंद्र से उसकी नजदीकी का पता चला।
पुलिस ने विजेंद्र को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उसने हत्या की बात कबूल कर ली। पुलिस के मुताबिक, मानकनगर के मेंहदीखेड़ा निवासी विजेंद्र ने रूबी को 27 अक्टूबर को मिलने के लिए बुलाया था। बातचीत के दौरान दोनों में विवाद हो गया था। इससे नाराज होकर विजेंद्र ने रूबी के सिर पर ईंट से हमला कर दिया था, जिससे उसकी मौत हो गई थी।
कमरे में खोदा तीन फीट गहरा गड्ढा
सिर पर प्रहार करने से रूबी लहूलुहान हो गई थी। आरोपित ने कमरे से खून साफ किया था। इसके बाद उसने करीब तीन फीट गहरा गड्ढा खोदा और रूबी के शव को उसी में दफना दिया था। पूछताछ में मामला उजागर होने के बाद पुलिस टीम एसीएम तृतीय के नेतृत्व में आरोपित के घर पहुंची और कमरे में खोदाई कर कंकाल बरामद किया।
करवा चौथ की रात में रुकने से इन्कार करने पर की हत्या
पुलिस के मुताबिक, आरोपित ने रूबी को करवा चौथ के दिन मिलने के लिए बुलाया था। आरोपित रूबी को रात में घर पर रुकने के लिए कहा था, लेकिन उसने इन्कार कर दिया था। इससे आरोपित नाराज हो गया और उसने रूबी की हत्या कर दी थी। एएसपी पश्चिम ने बताया कि रूबी के पति की दो साल पहले मौत हो चुकी थी। विजेंद्र और रूबी की मुलाकात गढ़ी कनौरा में रहने वाले तांत्रिक हरिश्चंद्र के घर पर हुई थी।
छह माह से मां को तलाश रहे थे बच्चे
रूबी का एक नौ साल का बेटा आशीष और पांच साल की बेटी पंखुड़ी है। दोनों बच्चे छह माह से अपनी मां की तलाश कर रहे थे। रूबी एक मेडिकल कॉलेज में काम कर परिवार का पालन पोषण करती थी। रूबी की मां सुमित्रा के मुताबिक 27 अक्टूबर की रात उनकी बेटी तांत्रिक के घर जाने की बात कहकर निकली थी। पुलिस ने कई लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की थी, लेकिन सफलता नहीं मिल पा रही थी। सुमित्रा ने बेटी के शव की पहचान उसके एक पैर में पड़ी रॉड और हाथ के कड़े से की है। पुलिस के मुताबिक पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में एक पैर में रॉड पड़े होने की पुष्टि हुई है।
पहले किया गुमराह, फिर बताई सच्चाई
आरोपित विजेंद्र से पुलिस ने कई माह पहले पूछताछ की थी, लेकिन उसने सच्चाई नहीं बताई। वह पुलिस को गुमराह करता रहा। आरोपित ने बताया कि दो माह से वह परेशान था। वह पुलिस के पास जाकर अपना जुर्म कबूल करना चाहता था, लेकिन हिम्मत नहीं हो रही थी। इसी बीच मंगलवार को पुलिस ने आरोपित को पूछताछ के लिए बुलाया तो उसने सारी बात बता दी। आरोपित के खिलाफ पुलिस ने हत्या, साक्ष्य छिपाने और एससीएसटी एक्ट के तहत धारा में बढ़ोतरी की है।