गर्भनिरोधकों के उपयोग व संस्‍थागत प्रसव में जनपद पदेश के औसत से काफी पीछे

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फर्रुखाबाद: परिवार कल्‍याण योजनाओं के आंकड़ों के अनुसार गर्भनिरोधकों के उपयोग व संस्‍थागत प्रसव आदि के मानकों पर प्रदेश के औसत से काफी पीछे चल रहे जनपद में शहरी स्वास्थ्य परियोजना के अंतर्गत स्तनपान एवं लैम गर्भनिरोधक विधि पर कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला में शहर के चिकित्सकों, परामर्शदाताओं एवं शहरी स्वास्थ्य परियोजना के सामुदायिक स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को सर्वोत्तम स्तनपान के अभ्यास एवं लैम गर्भनिरोधक विधि पर प्रशिक्षित किया गया।

नवजात शिषुओं के उच्चतम विकास के लिए स्तनपान एक सर्वोंत्तम आहार है जिससे उसे सारे आवश्‍यक पोषक तत्व प्राप्त होते हैं। साथ ही यह एक सुरक्षित एवं सर्वत्र उपलब्ध आहार है। दुर्भाग्यवष पूरे विश्‍व में 5 वर्ष से कम उम्र के बच्चों में एक तिहाई की मौत कुपोषण से होती है जिसमें से दो तिहाई की मौत जन्म के पहले वर्ष में अपर्याप्त आहार के कारण होती है। सही स्तनपान के अभ्यास को प्रोत्साहित कर एवं इसके लिए उपयुक्त वातावरण का निर्माण कर स्तनपान को बढ़ावा दिया जा सकता है। साथ ही साथ यह भी आवश्‍यक है कि प्रसव के बाद मां अगला गर्भधारण दो वर्श के बाद ही करें जिससे शिषु को पर्याप्त पोषण मिले और मां अगले गर्भधारण के लिये पूर्ण रुप से तैयार हो। इसके लिये आवश्‍यक है कि पति पत्नी किसी परिवार नियोजन की विधि अपनायें।

लैम विधि परिवार नियोजन की एक प्राकृतिक, प्रभावी एवं आधुनिक गर्भनिरोधक विधि है जो स्तनपान कराती महिलायें प्रसव के तुरंत बाद प्रयोग कर सकती है। कई वर्षों के शोध के बाद इंस्टीट्यूट फॉर रिप्रोडक्टीव हेल्थ, जार्जटाउन यूनिवर्सिटी ने लैम विधि विकसित की। 1990 में विश्‍व स्वास्थ्य संगठन ने भी लैम विधि को मान्यता प्रदान की। लैम विधि स्तनपान को बढ़ावा देती है और प्रसवोपरांत अन्य गर्भनिरोधक विधियों तक पहुँचने में सहायक होती है। इसके प्रयोग से शरीर पर कोई दुष्‍प्रभाव नहीं पड़ता। सही प्रयोग करने पर लैम विधि गर्भधारण टालने में 99.5 प्रतिषत असरदार है।

प्रशिक्षण के बाद चिकित्सक, सामुदायिक स्वास्थय कार्यकर्ता अथवा अन्य सभी प्रशिक्षित प्रतिभागी शहरी बस्ती में स्तनपान एवं लैम से सम्बंधित गलत तथ्यों और धारणाओं को संबोधित करेंगे। सर्वोत्तम स्तनपान के अभ्यास एवं परिवार नियोजन की विस्तृत और सही जानकारी से स्वास्थ्य कार्यकर्ता, समुदाय में माँ, नवजात शिशु और परिवार सशक्त होंगे।

शहरी स्वास्थ्य परियोजना अन्तराष्ट्रीय, राष्ट्रीय एवं सामुदायिक स्तर के संगठनों की एक परियोजना है,जो शहरी स्वास्थ्य विशेषकर प्रजनन स्वास्थ्य एवं परिवार नियोजन सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए केन्द्रित है।