फर्रुखाबाद: साफ्टेक कम्प्यूटर इंटीट्यूट के पुरस्कार वितरण समारोह का शुभारंभ एसपी नीलाब्जा चौधरी ने सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण कर किया व कार्यक्रम में भक्ति गीत सुनाकर श्रोताओं को मंत्र मुग्ध कर दिया। भारतीय पाठशाला इंटर कालेज में सम्पन्न हुए वार्षिकोत्सव एवं पुरस्कार वितरण समारोह में सम्मानित अतिथि मनोज कुमार अग्रवाल एमएलसी, नगर पालिका अध्यक्ष वत्सला अग्रवाल, एसपी नीलाब्जा चौधरी, उर्मिला राजपूत का स्वागत दीपक गुप्ता व सुमित गुप्ता ने माला पहनाकर किया। मजे की बात है कि पुलिस अधीक्षक भक्ति गीत में डूबे रहे और बाहर से चोर एक मीडियाकर्मी की बाइक उड़ा ले गये।
साफ्टेक कम्प्यूटर इंटीट्यूट के आठवें पुरस्कार वितरण समारोह में छात्राओं ने गणेश वंदना कर कार्यक्रम आगे बढ़ाया। रंजीत पाठक, रजत भदौरिया, अरविंद चौहान, रोहित परमार, शिवम दुबे, वैभव तिवारी, प्रीती पाठक, रिचा ने नाटक के माध्यम से विधवा, पुनर्वविवाह पर जोर डाला। रहस्य नाटक के माध्यम से हमारे देश में बढ़ती महंगाई को उजागर किया। लेके आई है हवायें इशारा नामक गीत पर संजीव बाथम, हिमांशु गुप्ता, रजत भदौरिया ने समाज में देश भक्ति के जज्वे को जगाया। रितु, पिंयंका, पूजा, अंजू सेन ने घर आजा परदेशी तेरा देश पुकारे गीत पर ग्रुप डांस प्रस्तुत किया। सुनैना, प्रीती पाठक ने मेरा पिया मोसे बोलत नाहीं पर व दीपिका गुप्ता, प्रियंका ने मैं तो एवईं एवईं लुट्या रे! गीत पर डांस प्रस्तुत कर दर्शकों को मंत्रमगुग्ध कर दिया। मस्ती की पाठशाला नाटक के माध्यम से दर्शक हंसते हंसते लोटपोट हो गये। समाज में शिक्षा को बढ़ाने का एक संदेश दिया गया। ये तो सच है कि भगवान है गीत पर छात्र-छात्राओं ने बताया कि भगवान का दूसरा रूप माता पिता ही होते हैं। हमें उनका कभी दिल नहीं दुखाना चाहिए।
वहीं पुरस्कार वितरण समारोह में पहुंचे पुलिस अधीक्षक नीलाब्जा चौधरी ने गीत -“तुम्हीं हो बंधु सखा तुम्हीं हो ” गीत गाकर श्रोताओं को मंत्र मुग्ध कर दिया। वहीं मजे की बात है कि पुलिस अधीक्षक नीलाब्जा चौधरी अपने भक्ति गीत में सुरमयी लहरी में खोये हुए थे और चोरों ने प्रोग्राम स्थल के बाहर से पत्रकार फिरोज खान की बाइक संख्या यूपी 76एफ 7292 चोरी कर ली।
यह पुलिस महकमे के लिए बड़े ही शर्म की बात है कि पुरस्कार वितरण समारोह स्थल भारतीय पाठशाला में पुलिस अधीक्षक की कवरेजिंग करने गये पत्रकार की ही बाइक चोरों ने उड़ा दी। यह पुलिस को चोरों द्वारा शायद चुनौती ही समझो।