बच्चों की भीड़ से अलग खड़ी एक दुबली-पतली लड़की को सांसद डिम्पल यादव ने अपने पास बुलाया। बच्ची ने अपना नाम साधना बताया। तेरह वर्षीय इस बच्ची का वजन मौजूद कांटे से कराया गया तो उसका भार सिर्फ 11 किलोग्राम निकला। कुपोषण की शिकार इस बच्ची को देख मिसेज सीएम द्रवित हो गईं और उनके मुंह से बस इतना ही निकला, ‘ओह नो! ऑल इज नॉट वेल।’ बुधवार को मोहनलालगंज ब्लॉक स्थित खुजौली गांव में आंगनबाड़ी केंद्र पर संचालित कामकाज की हकीकत परखने पहुंचे संसदीय दल के निरीक्षण के दौरान यह नजारा दिखा। संसदीय टीम ने योजना का क्रियान्वयन संतोषजनक तरीके से न होने पर एक सुपरवाइजर सहित दो आंगनबाड़ी कार्यकर्त्रियों को निलंबित भी कर दिया।
संसदीय समिति ने किया आंगनबाड़ी केंद्रों का निरीक्षण
केंद्र पोषित समाकेतिक बाल विकास परियोजना (आईसीडीएस) के संचालन की जांच के लिए सात सांसदों की एक समिति ने बुधवार को लखनऊ के गोसाईंगंज व मोहनलालगंज ब्लॉक के दो चिह्नित गांवों के आंगनबाड़ी केंद्रों का निरीक्षण किया। जांच टीम में सांसद डिंपल यादव के साथ जयंत चौधरी, मधु गौड़, नीरज शेखर, मिलॉग जेरीन, सुप्रिया व हरिस्मृत कौर सहित विश्व बैंक परियोजना से जुड़े कुछ अधिकारी शामिल थे। निरीक्षण टीम दोपहर बारह बजे गोसाईंगंज स्थित ग्राम पंचायत सिथौली कला में बने आंगनबाड़ी केंद्र पर पहुंची। यहां मौजूद ग्रामीणों ने आंगनबाड़ी भवन के जर्जर होने के साथ ही केंद्र पर बच्चों को आए दिन दोपहर का भोजन न बंटने की शिकायत की। इस पर संसदीय टीम ने मौके पर मौजूद अधिकारियों से केंद्र संचालन से जुड़े अभिलेख तलब कर उनका निरीक्षण किया। इसमें गड़बड़ी देख मौके पर ही केंद्र से जुड़ी सुपरवाइजर माधुरी देवी व दो आंगनबाड़ी कार्यकर्त्री सीता व मिथलेश को निलंबित कर पूरे मामले की जांच का निर्देश दिया।
निरीक्षण टीम इसके बाद दोपहर डेढ़ बजे के करीब मोहनलालगंज स्थित ग्राम पंचायत खुजौली के आंगनबाड़ी केंद्र पहुंची। यहां भी सांसदों ने ग्रामीणों से अलग-अलग बातचीत कर जानकारी ली। केंद्र कर्मचारियों ने संसदीय टीम को बताया कि मेंटेनेंस बजट की राशि समय पर न मिलने के कारण केंद्र के संचालन में परेशानी आती रहती है। संसदीय टीम ने इसे जल्द दूर कराने का भरोसा दिलाया। इस दौरान राज्य सरकार के प्रोटोकॉल राज्यमंत्री अभिषेक मिश्रा, प्रमुख सचिव बाल विकास सदाकांत और जिलाधिकारी अनुराग यादव सहित कई अधिकारी मौजूद रहे।