डीएम से रिफिलिंग की शिकायत करने पर जांच करने पहुंचे सिपाही वैरंग लौटे

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फर्रुखाबाद: जिलाधिकारी मुथुकुमार स्वामी बी से की गयी गैस रिफिलिंग की शिकायत पर जांच करने पहुंचे पुलिस के दो कांस्टेबल बैंरग खाली हाथ लौट आये। उन्हें वहां गैस रिफिलिंग की कोई संदिग्ध चीज नहीं मिली।

जिलाधिकारी मुथुकुमार स्वामी के अथक प्रयास के बावजूद शहर में गैस रिफिंग का कारोबार अपनी जड़ें मजबूत करता जा रहा है। जहां एक तरफ गैस की कालाबाजारी धड़ल्ले से हो रही है वहीं दूसरी तरफ सिलेण्डरों को ब्लेक में खरीदकर वाहनों व छोटे सिलेण्डरों में गैस रिफिलिंग का कार्य चरम पर है। मजे की बात तो यह है कि पूर्ति विभाग सब जानते हुए भी अपनी आंखों पर पट्टी बांधकर बैठ गया है और अगर ज्यादा शिकायतें पहुंच भी जाये तो पूर्ति अधिकारी चाट पकौड़े वालों की दुकानों पर घरेलू गैस के दो चार सिलेण्डर पकड़कर अपनी पीठ थपथपाते रहते हैं।

जिलाधिकारी श्री स्वामी से तीन जुलाई को कुइयांबूट मऊदरवाजा निवासी जन्डैल सिंह चौहान पुत्र प्रहलाद सिंह ने अपने पड़ोसी सतीश कुमार पुत्र दुर्जन लोधे के खिलाफ प्रार्थनापत्र दिया था। जिसमें सतीश के द्वारा गैस रिफिलिंग के व्यवसाय में लिप्त होने की बात कही गयी थी। जिलाधिकारी के आदेश पर गैस रिफिलिंग की जांच करने पहुंचे मात्र दो सिपाही राहुल कुमार, राघवेन्द्र सिंह को वहां मामला सब चकाचक लगा। पुलिस के बारे में ईमानदारी की बात सपने में भी सोचना आम जनता के वश में नहीं है। दोनो सिपाहियों ने बड़े ही रौब भरे स्वर में कह दिया कि यहां कोई गैस रिफिलिंग का कार्य नहीं हुआ और सिपाही आरोपी सतीश कुमार के घर तकरीबन आधा घंटे बैठकर चाय नाश्ते का लुत्फ उठाते रहे और बैरंग लौट आये।