फिजा मोहम्मद उर्फ अनुराधा बाली की रहस्यमय हालात में मौत का मामला उलझता जा रहा है। विसरा रिपोर्ट के अभाव में पुलिस के पास फिजा की मौत को लेकर कहने को कुछ भी नहीं है।
गुरुवार को फिजा के शव के विसरा सैंपल पटियाला के राजिंद्रा अस्पताल भेजे जाएंगे ताकि वहां उसकी केमिकल जांच की जा सके। जिला अस्पताल के डॉक्टरों ने पोस्टमॉर्टम के बाद 6 अगस्त की देर शाम फिजा का शव पुलिस को सौंप दिया था।
अभी तक पुलिस यही कह रही है कि उसने आत्महत्या की है। लेकिन फिजा के घरवाले और करीबी इससे इनकार कर रहे हैं। पुलिस से जुड़े सूत्र फिजा की हत्या की भी आशंका जता रहे हैं। पुलिसवालों के लिए भी फिजा की मौत एक पहेली बनी हुई है। पुलिस को समझ में नहीं आ रहा है कि जब फिजा ने जींस और टॉप पहना हुआ था तो गले में दुपट्टा कहां से आया। पुलिस ने इन कपड़ों को जांच के लिए एफएसएल भेज दिया है।
फिजा के फेमिली एडवोकेट और दोस्त रोहित महाजन कहते हैं कि फिजा हमेशा पहली मंजिल स्थित बेडरूम में सोती थीं, लेकिन उनका शव ग्राउंड फ्लोर पर मिला है। यह अपने आप में सवाल पैदा करता है। महाजन ने बताया कि वह हमेशा उसे घर जाते रहे हैं। हर बार फिजा ऊपर वाले कमरे में ही सोने जाया करती थीं।
इस केस में पुलिस की भूमिका भी संदेह के दायरे में है। मोहाली पुलिस फिजा के घर से बरामद शराब, ग्लास, स्नैक्स और सिगरेट के नमूनों को खरार में मौजूद फॉरेंसिक साइंस लैब में अब तक नहीं पहुंचा पाई है। पुलिस इन नमूनों को लेकर मंगलवार को खरार पहुंची, लेकिन तब तक लैब बंद हो चुकी थी।
सूत्र के हवाले से मीडिया में खबर आई है कि इन नमूनों की जांच की जानी चाहिए ताकि इस बात का पता लगाया जा सके कि इसमें कोई आपत्तिजनक पदार्थ जैसे ज़हर वगैरह था या नहीं। लेकिन पुलिस वाले समय पर नमूने नहीं पहुंचा सके। अब इन नमूनों को बुधवार को जमा कराया जा सकता है। पुलिस की हीलाहवाली तमाम सवाल खड़े कर रही है। इस मामले में तथ्यों का पता लगाने के लिए ये नमूने अहम साबित हो सकते हैं, जिन्हें जल्द से जल्द लैब तक पहुंचाया जाना जरूरी है। इन नमूनों के साथ छेड़छाड़ की आशंका भी जताई जा रही है।
इस मामले में पुलिस हरियाणा के पूर्व उप मुख्यमंत्री चंद्रमोहन से पूछताछ कर सकती है। फिजा हरियाणा की असिस्टेंट एडवोकेट जनरल रह चुकी हैं। 2008 में उन्होंने हरियाणा के तत्कालीन उपमुख्यमंत्री चंद्रमोहन से निकाह किया था। इसके लिए दोनों ने इस्लाम स्वीकार कर लिया था। तब अनुराधा फिजा और चंद्रमोहन चांद मोहम्मद बन गए थे। महज तीन माह बाद 14 मार्च 2009 को चंद्रमोहन ने फिजा को तलाक दे दिया था। फिजा ने पिछले साल आत्महत्या का प्रयास किया था।
चंद्रमोहन ने भी फिजा के लिए धर्म बदल लिया था। उन्होंने इस्लाम धर्म अपना कर फिजा से शादी कर ली थी और वह चांद मुहम्मद बन गए थे। कई महीनों तक दोनों गायब रहे, लेकिन दिसंबर, 2008 में शादी के बाद पहली बार चांद मुहम्मद मीडिया से मुखातिब हुए। बाद में चंद्रमोहन कांग्रेस छोड़कर अपने भाई कुलदीप बिश्नाई की पार्टी हजकां में शामिल हो गए थे।
चंद्रमोहन ने भी फिजा के लिए धर्म बदल लिया था। उन्होंने इस्लाम धर्म अपना कर फिजा से शादी कर ली थी और वह चांद मुहम्मद बन गए थे। कई महीनों तक दोनों गायब रहे, लेकिन दिसंबर, 2008 में शादी के बाद पहली बार चांद मुहम्मद मीडिया से मुखातिब हुए। बाद में चंद्रमोहन कांग्रेस छोड़कर अपने भाई कुलदीप बिश्नाई की पार्टी हजकां में शामिल हो गए थे।
बताया गया कि शव लेने आए चाचा सतपाल ने फिजा की सोने की अंगूठियां और कड़े मांगे। लेकिन पुलिस ने सारा सामान अभी अपने पास ही रखा है। इसके अलावा सतपाल फिजा के घर भी गए, वे वहां से कार ले जाना चाहते थे। फिजा के घर के बाहर तैनात पुलिसकर्मियों ने उन्हें कार नहीं ले जाने दी।
फिजा जानती थीं कि उनकी जान को खतरा है। सुरक्षा के लिए उन्होंने एक प्राइवेट सिक्योरिटी एजेंसी से संपर्क भी किया था। फिजा के मोबाइल फोन की कॉल डिटेल की पड़ताल में पता चला कि 31 जुलाई की शाम उन्होंने डेराबस्सी स्थित फाइव स्टार सिक्योरिटी एजेंसी के मालिक बलविंदर सिंह को फोन किया था। बलविंदर सिंह के मुताबिक फिजा ने अपनी जान को खतरा बताते हुए गार्ड मांगे थे। पड़ोसियों से विवाद के अलावा उन्होंने किसी र कार वाले से भी खतरे की बात की थी। इस कार वाले के बारे में बलविंदर नहीं जानते।
फिजा हर हाल में विदेश जाना चाहती थीं। पासपोर्ट एक्सपायर हो चुका था। रिन्यू करवाने के लिए पुलिस वेरीफिकेशन के दौरान कोई ऑब्जेक्शन न लगे, इसके लिए उन्होंने कई सिफारिशें लगवाईं। डीएसपी डीएस मान को फोन करवाया। फेज-11 के एसएचओ रहे गुरचरण सिंह, इंस्पेक्टर हरसिमरनजीत, एएसआई सुलेख चंद से भी बात की थी।
फिजा की मौत कैसे हुई, इसका अभी पता नहीं चल सका है। मोहाली के एसएसपी गुरप्रीत सिंह भुल्लर ने बताया कि फिजा के पोस्टमार्टम में शरीर पर किसी तरह की चोट का निशान नहीं मिला है। न ही गले पर कोई निशान मिला। उन्होंने बताया कि फिजा के घर से मिली शराब के पव्वे और खाने के सामान के सैंपल स्टेट फूड लैबोरेटरी में जांच के लिए भेज दिए हैं। ताकि पता चल सके कि कहीं उनके खाने में जहर तो नहीं मिला दिया गया था।
फिजा पंचतत्व में लीन हो गई है, लेकिन सबसे बड़ी बात यह कि जो फिजा हर समय लोगों के बीच घिरी रहती थी और लोगों की समस्याओं को सुलझाने की बात कहने वाली फिजा के अंतिम संस्कार में मात्र पांच से छह लोग शामिल हुए। उसकी संपत्ति का कौन मालिक होगा। यह बड़ा सवाल है।
फिजा ने 31 जुलाई को इन 5 मोबाइल नंबरों पर की थी कॉल 1- 95928374** : राजपुरा के गांव जवाहरपुर के बलविंदर सिंह का है। ‘मैं डेराबस्सी में फाइव स्टार नाम से सिक्योरिटी एजेंसी चलाता हूं। फिजा ने गार्ड के लिए 31 जुलाई को फोन किया था। उन्होंने एक कार वाले से जान का खतरा बताया था।’ 2- 99883000**: इस्तेमाल कर रहे हैं पटियाला में एसएचओ गुरचरण सिंह। ‘फिजा ने मुझे और इंस्पेक्टर सिक्योरिटी हरसिमरनजीत को पासपोर्ट के लिए फोन किया था। चाहतीं थी कि मैं मोहाली पुलिस को पासपोर्ट वेरीफिकेशन क्लियर करने की सिफारिश करूं।’ 3- 94171828** : मोहाली फेज-11 थाने के एएसआई सुलेखचंद का। ‘फिजा के पासपोर्ट की वेरीफिकेशन मेरे पास आई थी। फिजा वेरीफिकेशन क्लियर करने के लिए रिक्वेस्ट कर रहीं थी। फिजा ने 31 जुलाई को 4 बार और 1 अगस्त को दो बार कॉल की थी।’ 4- 98767875** इस्तेमाल कर रहे हैं सेक्टर 17 के दुकानदार सुरिंदर। ‘मैंने फिजा के चाचा सतपाल की दुकान किराए पर ले रखी है। वह मेरी दुकान पर आते-जाते रहते थे। उनसे बात करने के लिए ही फिजा मेरे फोन पर कॉल करती थी।’ 5- 99886228** : इस्तेमाल कर रही हैं अनिता। जीएमसीएच में सिक्योरिटी गार्ड। ‘फिजा जब जीएमसीएच-32 में भर्ती थी, तो उनसे दोस्ती हो गई। तब से फोन पर बात करतीं थी। कई बार घर पर भी बुला लेती थीं। 31 जुलाई को सिर्फ हालचाल जानने के लिए फोन आया था।’
फिजा के इन दो मोबाइल नंबरों से आखिरी 6 कॉल.. 9815423029 से आखिरी तीन कॉल -9417431***, 9417182*** और 9646647*** मोबाइल नंबर 9417431***सीनियर एडवोकेट अजीत सिंह हुड्डा (सेक्टर 43 में रहते हैं) के नाम। सबसे ज्यादा कॉल इसी नंबर पर। ‘फिजा को 12 सालों से जानता था। 1 अगस्त की शाम जब फिजा से बात हुई, तो वह खुद पर दर्ज एफआईआर (पड़ोसियों से विवाद पर) के संबंध में मुझसे राय ले रही थी। फिजा ने रिक्वेस्ट की थी कि 2 अगस्त को कोर्ट में पेशी है, मैं साथ चलूं। अगले दिन मैंने कॉल की तो फिजा का फोन स्विच ऑफ था।’ मोबाइल नंबर 9417182***: सेक्टर 38 वेस्ट निवासी सुलेख चंद के नाम। सुलेख चंद पहले सेक्टर 38 वेस्ट के किराए पर रहते थे। एक माह पहले ही मकान शिफ्ट किया है। उनके पुराने पड़ोसियों के अनुसार सुलेख पंजाब पुलिस में हैं और मोहाली 11 फेज की पुलिस कॉलोनी में रह रहे हैं। सोमवार सुबह से उनका फोन स्विच ऑफ है। मोबाइल नंबर 9646647*** : सेक्टर 47 में रहने वाले सतपाल सिंह के नाम, जो फिजा के चाचा हैं। ‘1 अगस्त को फिजा ने फोन किया था और राखी पर घर आने को कहा था। हालांकि मैं 2 अगस्त को फिजा के घर नहीं जा सका, इसलिए आज आया था। यहां आने के बाद ही हकीकत का पता चला। इस बारे में एक अगस्त के बाद कोई बातचीत नहीं हुई थी।’- फिजा के चाचा 9872578989 से आखिरी तीन कॉल -9646594***, 9463026*** और 09359322***