लखनऊ : आजकल उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती की मूर्तियाँ काफी चर्चा में हैं| हाल में ही गोमती नगर इलाके के एक पार्क में लगी माया की मूर्ति को कुछ युवकों ने तोड़ दिया था| इसके बाद तो प्रदेश की राजनीति में ऐसा भूचाल आया कि प्रदेश कि सपा सरकार तक हिल गयी और आनन फानन में माया कि जहाँ दूसरी मूर्ति लगायी गयी वहीँ सभी आरोपियों को भी पकड़ कर जेल में डाल दिया गया| वहीँ अब माया कि एक और मूर्ति चर्चा में आ गयी है लेकिन खास बात ये है कि ये कहीं लगी नहीं है|
ख़बरों के मुताबिक पूर्व मुख्यमंत्री माया की दिल्ली में 100 फीट ऊंची मूर्ति लगाने की योजना थी| ये योजना उस समय बनायीं गयी थी जब प्रदेश में बसपा शासन था और माया मुख्यमंत्री| सभी कुछ योजना के मुताबिक चल रहा था तभी अमेरिका के साथ परमाणु डील के मुद्दे पर यूपीए प्रथम सरकार संकट में आ गयी और वामदलों ने देश के अगले प्रधानमंत्री के तौर पर मायावती का नाम उछाल दिया| माया को भी लगा था कि प्रधानमंत्री की कुर्सी अब उनसे दूर नहीं। सूत्र बताते हैं कि केन्द्र में माया की बड़ी भूमिका के साथ ही देश कि राजधानी दिल्ली में एक सौ फीट ऊंची मूर्ति लगाने का प्रस्ताव भी तैयार हुआ था। लेकिन, 2009 के लोकसभा चुनाव के नतीजों ने माया को अपने इस फैसले से दूरी बनाने को मजबूर कर दिया|