दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने केन्द्रीय मंत्रिमंडल में फेरबदल की संभावनाओं और केन्द्र में उन्हें भेजे जाने की अटकलों के बीच मंगलवार को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की। प्रणब मुखर्जी के वित्त मंत्रालय छोड़ने के बाद से मंत्रिमंडल में फेरबदल की चर्चा जोरों पर है। इस बीच, कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी ने पार्टी या सरकार में बड़ी भूमिका स्वीकार करने की बात कहकर फेरबदल की अटकलों को और मजबूत आधार दिया है। सूत्रों ने अनुसार, शीला दीक्षित मंगलवार सुबह सोनिया गांधी से मिलीं और करीब आधे घंटे तक बातचीत की। हालांकि मुख्यमंत्री शीला ने इन अटकलों को मीडिया में यह करकर विराम दे दिया है कि वह मुख्यमंत्री की भूमिका में ज्यादा खुश हैं लेकिन इस खबर में काफी दम है कि कि उन्हें दिल्ली की राजनीति से ऊपर उठाकर राष्ट्रीय राजनीति में लाया जा रहा है।
खबरों के अनुसार, शीला दीक्षित को पी.चिदम्बरम के स्थान पर गृह मंत्रालय सौंपा जा सकता है, जो वित्त मंत्रालय के प्रबल दावेदार समझे जा रहे हैं। इसी वर्ष अप्रैल में हुए दिल्ली नगर निगमों के चुनाव में कांग्रेस की भारी पराजय और अगले साल दिल्ली विधानसभा चुनावों को देखते हुए पार्टी का केन्द्रीय नेतृत्व का ध्यान राष्ट्रीय राजधानी में अपना वर्चस्व जमाए रखने पर लगा हुआ है और नेतृत्व परिवर्तन की अटकलें लगातार तेज होती जा रही हैं। शीला को गृह मंत्रालय की जिम्मेदारी सौंपकर दिल्ली में सत्ता परिवर्तन को बखूबी अंजाम दिया जा सकता है।