फर्रुखाबाद: जिले में डीएम मुथु स्वामी के इकबाल के बाद निचले अधिकारिओ ने भी जागना शुरू किया है| गाँव गाँव चल रहे सोशल आडिट के नतीजे आये तो पहली ही खेप में ग्राम पंचायतो में नियुक्त 10 सफाई कर्मी नप गए| सफाई न करके फ़ोकट का वेतन उड़ा रहे सफाई कर्मिओं को सोशल आडिट से नौकरी पर खतरा दिखने लगा है| मामले से निपटने के लिए सफाई कर्मिओं ने नेतागिरी शुरू कर दी है| कार्य में लापरवाही के चलते निलंबन के आदेश होते ही सफाई कर्मिओ को पुराना वेतन याद आने लगा है| जाँच और निलंबन के बाद अचानक सफाई कर्मिओ की वेतन न मिलने पर आन्दोलन करने की धमकी संयोग है या रणनीति| वैसे सफाई कर्मी संघ के नेता दानवीर यादव इसे जरुरत बता रहे है मगर काम न करने व् जिले में गंदे पड़े स्कूलों की सफाई के मुद्दे पर लाजबाब दीखते है|
उत्तर प्रदेश ग्राम पंचायत सफाईकर्मी वेलफेयर एसोसिएशसन के बैनर तले विकासखण्ड बढ़पुर में बुधवार को सफाईकर्मियों की बैठक बुलायी गयी। जिसमे कहा गया कि मृतक आश्रितों की नियुक्ति व वेतन सम्बंधी अन्य समस्याओं से परेशान पंचायत सफाईकर्मी आमरण अनशन करने पर उतारू हो गये हैं। अनशन करने की तारीख भी मुकरर्रर कर दी गयी है।
विकासखण्ड बढ़पुर में आयोजित बैठक में अध्यक्षता करते हुए जिला महामंत्री दानबीर यादव ने पंचायत सफाई कर्मचारियों की समस्याओं को लेकर कई मुद्दे उठाये। महामंत्री दानबीर ने कहा कि मृतक आश्रितों की नियुक्ति, वेतन सम्बंधी व अन्य समस्याओं को लेकर मुख्य विकास अधिकारी व जिलाधिकारी लिखित व मौखिक रूप से पहले से अवगत कराया जा चुका है कि पंचायत सफाईकर्मी समस्याओं से जूझ रहे हैं।
महामंत्री दानबीर यादव ने घोषणा की कि अगर शीघ्र ही मांगों पर कार्यवाही न हुई तो 23 जुलाई को समस्त पंचायत सफाईकर्मी विकास भवन परिसर में आमरण अनशन शुरू कर देंगे। फिर चाहे अंजाम कुछ भी हो भूखे सफाईकर्मियों को देखकर शायद प्रशासन मेरी मांगें मान ले।
इस दौरान आजाद सिंह, अफरोज खां, राजेश कुमार, मितेन्द्र प्रभाकर, विनोद कुमार, मुकेश कुमार सहित अन्य कई कर्मचारी मौजूद रहे।