फर्रुखाबाद: जनपद के सबसे बड़े हास्पिटल लोहिया अस्पताल में पोलियो दवा पिलाने के लिए बूथ नहीं बनाया गया। जिसकी सूचना जिलाधिकारी को मिलने पर उन्होंने अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डा0 राजवीर से जबाव मांगा। जिस पर डा0 राजवीर बच्चे कम होने का रोना रोते दिखे।
जिलाधिकारी मुथुकुमार स्वामी बी ने ग्राम चांदपुर में एक दर्जन बच्चों को पोलियो की दवा पिलाकर बूथ का शुभारंभ किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि यदि एक बार किसी बच्चे को पोलियो हो जाता है तो वह जीवन भर मां बाप पर बोझ बनकर रह जाता है और भौतिक सुखों का भरपूर लाभ नहीं ले पाता है। इसलिए मां बाप का दायित्व है कि वह अपने बच्चों को दवा अवश्य पिलायें।
जिलाधिकारी ने अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डा0 राजवीर से पूछा कि लोहिया अस्पताल में बूथ क्यों नहीं बनवाया गया तो उन्होंने बताया कि चिकित्सालय में बच्चे कम होने से बूथ नहीं बनाया गया है। कितनी सोचनीय बात है कि जनपद के इतने बड़े हास्पिटल में कोई पोलियो बूथ नहीं बनाया गया तो ग्रामीण क्षेत्रों में पोलियो अभियान की क्या हालत होगी यह चिकित्सा विभाग ही जानता होगा या फिर वहां की जनता।
ग्राम सभा डफरिन में जिलाधिकारी ने बूथ का निरीक्षण किया तो विद्यालय में हलुआ बना मिला। डा0 स्वामी ने गांव वासियों से अन्य समस्याओं के सम्बंध में जानकारी करते हुए कहा कि यदि किसी की समस्या हो तो सम्बंधित अधिकारी से मिले। यदि अधिकारी ध्यान न दे तो मुझे बतायें, तुरंत कार्यवाही की जायेगी।
इस अवसर पर अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डा0 राजवीर सिंह, डा0 चन्द्रशेखर, दीपक तिवारी, यूनीसेफ के डा0 हसन फहीम एवं प्रदीप कुमार आदि उपस्थित रहे।