नवआगुन्तक BSA भगवत शरण पटेल की ईमानदारी का इम्तिहान

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फर्रुखाबाद : बेसिक शिक्षा विभाग में विशिष्ट बीटीसी 2004 में चयनित एवं प्रशिक्षित दर्जनों शिक्षकों द्वारा फर्जी शैक्षिक एवं प्रशिक्षण योग्यता के अंकपत्रों एवं प्रमाणपत्रों से सहायक अध्यापक पद का सेवायोजन का अनियमित एवं अवैधानिक रूप से लाभ लेने व डायट, बीएसए कार्यालय की साठगांठ से सम्बंधित विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालयों से फर्जी शैक्षिक अंकपत्रों का सत्यापन कराकर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय फर्रुखाबाद से वेतन भुगतान लेने की मण्डलीय सहायक शिक्षा निदेशक (बेसिक) कानपुर मण्डल कानपुर से हुई शिकायत पर तत्कालीन बीएसए फर्रुखाबाद डा0 कौशल किशोर द्वारा कोई कार्यवाही न करने पर आरटीआई कार्यकर्ता जितेन्द्र चतुर्वेदी द्वारा मांगी गयी सूचना न मिलने पर बेसिक शिक्षा निदेशक ने एडी बेसिक कानपुर विनय कुमार गिल को फर्जी शिक्षकों पर कार्यवाही कर सूचना देने के निर्देश दिये हैं। अब देखना यह है कि क्या नवागंतुक बीएसए डा0 भगवतशरण पटेल फर्जी शिक्षकों पर एफआईआर दर्ज करा कर वेतन वसूली करा पाते हैं या नही।

विशिष्ट बीटीसी 2004 के अन्तर्गत फर्रुखाबाद के दर्जनों शिक्षकों ने फर्जी एवं कूट रचित अंकपत्रों, प्रमाणपत्रों के आधार पर प्राथमिक विद्यालयों के सहायक अध्यापक पद पर प्रशिक्षण उपरांत नियुक्ति करा ली थी। इन फर्जी शिक्षकों द्वारा अपने नियुक्ति के समय लगाये गये शैक्षिक अंकपत्रों का सत्यापन भी डायट, बीएसए कार्यालय फर्रुखाबाद की साठगांठ से सम्बंधित बोर्ड एवं विश्वविद्यालयों से फर्जी जांच आख्या पर 6 साल से वेतन ले रहे थे। इन शिक्षकों के विरुद्व शिकायतों पर बीएसए फर्रुखाबाद द्वारा 6 वर्षों से कोई कार्यवाही न कर उन्हें जांच के नाम पर फाइलों में दबा दिया गया।

फर्रुखाबाद डायट रजलामई  की प्राचार्या डा0 सुमित्रा गर्ग द्वारा दर्जनों फर्जी शिक्षकों में से तीन विशिष्ट बीटीसी 2004 में नियुक्त शिक्षकों के काउंसलिंग में लगाये गये शैक्षिक अंकपत्रों का सत्यापन पुनः उत्तीर्ण विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों से कराया गया। प्राथमिक विद्यालय अलीदादपुर के सहायक अध्यापक राजनरायन शाक्य पुत्र मोहनलाल शाक्य निवासी ग्राम मतापुर पोस्ट पिपरगांव थाना मोहम्मदाबाद का बीए का अंकपत्र सत्यापन में राममनोहर लोहिया विश्वविद्यालय से सम्बद्ध कामता प्रसाद सुन्दरलाल साकेत स्नातकोत्तर महाविद्यालय अयोध्या फैजाबाद की जांच में फर्जी पाया गया।
सम्पूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय वाराणसी के फर्जी शैक्षिक प्रमाणपत्रों के सहारे प्राथमिक विद्यालय दाउदपुर के सहायक अध्यापक नरेन्द्र पाल सिंह पुत्र सूबेदार सिंह निवासी ग्राम दउदापुर थाना मोहम्मदाबाद बीते 6 वर्ष से शिक्षक पद पर नियुक्त है। जिनकी पूर्व मध्यमा, उत्तर मध्यमा, शास्त्री की डिग्री सत्यापन में गलत पायी गयी।

इसी प्रकार इसी विश्वविद्यालय की पूर्व मध्यमा के फर्जी अंकपत्र से नियुक्त श्रवण कुमार पुत्र पहाड़ीलाल निवासी ग्राम उदीनगला पोस्ट गदनपुर देवराजपुर थाना कमालगंज 6 वर्षों से प्राथमिक विद्यालय बरुआ नगला कमालगंज में सहायक अध्यापक पद पर कार्यरत हैं। इनकी पूर्व मध्यमा की डिग्री सत्यापन में सम्पूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय से फर्जी पायी गयी। श्रवण कुमार ने पूर्व मध्यमा की फर्जी अंकपत्र को जनपद कन्नौज के मुकुंद संस्कृत महाविद्यालय के अनुक्रमांक 31617 वर्ष 1988 में प्रथम श्रेणी से उत्तीर्ण दिखाकर सहायक अध्यापक पद पर अनियमित रूप से नौकरी पायी थी। मुकुंद संस्कृत महाविद्यालय कन्नौज के अभिलेखों में भी श्रवण कुमार ने वर्ष 1988 में अनुक्रमांक 31617 से पूर्व मध्यमा की कोई परीक्षा उत्तीर्ण नहीं की है।

रजलामई डायट प्राचार्या सुमित्रा गर्ग ने 10 माह पूर्व पत्रांक 348-50 दिनांक 3 अगस्त 2011 को जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी फर्रुखाबाद को उपरोक्त तीनो शिक्षकों के शैक्षिक अंकपत्रों के सत्यापन में फर्जी पाये जाने की आख्या सहित प्रेषित कर वैधानिक कार्यवाही के लिए पत्र लिखा था। डायट प्राचार्या द्वारा कार्यवाही के लिए उक्त पत्रांक जिलाधिकारी फर्रुखाबाद एवं निदेशक एससीईआरटी लखनऊ को भी भेजा था।

बीएसए फर्रुखाबाद द्वारा डायट प्राचार्या के उक्त पत्र को प्राप्त होने के बाद भी तीनो शिक्षकों पर कोई कार्यवाही न कर उनको अनियमित रूप से जनवरी 2012 तक वेतन भुगतान किया गया। इन तीन शिक्षकों में से केवल राजनरायन शाक्य की सेवा समाप्ति राज्य सूचना आयोग में अपर जिलाधिकारी पर अर्थदण्ड लग जाने के बाद पूर्व जिलाधिकारी फर्रुखाबाद सच्चिदानंद दुबे के निर्देश पर बीएसए डा0 कौशल किशोर द्वारा की गयी थी। राजनरायन शाक्य के विरुद्व प्राथमिकी व वेतन वसूली की कार्यवाही आज तक नहीं की गयी है। शेष दो शिक्षकों नरेन्द्र पाल सिंह एवं श्रवण कुमार को बीएसए फर्रुखाबाद आज भी सेवा में बनाये रखे हैं। जबकि दोनो शिक्षकों की बर्खास्तगी के आदेश के लिए एडीबेसिक कानपुर विनय कुमार गिल पांच माह पूर्व दे चुके हैं।

एडी बेसिक कानपुर द्वारा बीएसए फर्रुखाबाद को इन तीनो शिक्षकों की बर्खास्तगी, प्राथमिकी दर्ज कराने, भुगतान किये गये वेतन की वसूली के लिए भेजे गये पत्र पर कार्यवाही की सूचना जितेन्द्र चतुर्वेदी ने एडी बेसिक से चाही थी। निर्धारित अवधि में सूचना न मिलने पर बेसिक शिक्षा निदेशक लखनऊ को की गयी अपील पर जितेन्द्र चतुर्वेदी को तीनो फर्जी शिक्षकों सहित जनपद के अन्य फर्जी शिक्षकों पर अब तक की गयी कार्यवाही की सूचना देने के निर्देश निदेशक ने एडी बेसिक कानपुर मण्डल विनय कुमार गिल को दिये हैं।

क्या बेसिक शिक्षा निदेशक, एडीबेसिक कानपुर व डायट प्राचार्य के निर्देश पर नवागंतुक जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी डा0 भगवत शरण पटेल 3 फर्जी शिक्षकों सहित अन्य फर्जी अंकपत्रों से कार्यरत शिक्षकों की बर्खास्तगी, भुगतान किये गये वेतन की वसूली व अनियमित एवं अवैधानिक रूप से शिक्षक पद का सेवायोजन लेने पर प्राथमिक दर्ज कराने की कार्यवाही करेंगे?