ऊंची पहुंच वाले कोटेदार के बिकने जा रहे राशन खाद्यान्न को ग्राम प्रधान ने पकड़ाया

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फर्रुखाबाद: विकासखण्ड राजेपुर क्षेत्र के ग्राम दहलिया निवासी कोटेदार बाबूराम मंगलवार को प्रातः सरकारी खाद्यान्न को लेकर जैसे ही घटियाघाट आढती की दुकान पर बेंचने के लिये पहुंचा तो वहां पहले से मौजूद ग्राम प्रधान ने कोटेदार को राशन बेचते हुए रंगे हाथों पकड़वा दिया। बतते हैं कि कोटेदार काफी ऊंची पहुंच वाला है। कोटेदार के कई रिश्तेदार उच्चपदों पर आसीन बताये गये हैं। यही कारण है कि काफी शिकायतों के बाद भी कोटेदार के विरुद्ध कोई कार्रवाई नहीं हुई। डीएम द्वारा नियुक्त पर्यवेक्षणीय अधिकारी लगातार निरीक्षण में शतप्रतिशत वितरण की रिपोर्ट देते रहे और राशन की कालाबाजारी चलती रही।

जांच के दौरान कोटेदार ने किया बेहाशी का नाटक

प्रशासन व जिलाधिकारी के लाख कोशिशों के बावजूद कोटेदार गरीबों के राशन की कालाबाजारी करने से बाज नहीं आ रहे व खुलेआम दबंगई से पूरे_पूरे महीने का राशन खुद ही हजम कर जाते हैं। अधिकारी कोटेदारों की कालाबाजारी को छिपाते हुए अधिकारियों को शत प्रतिशत राशन वितरण की लिस्टें बनाकर भेजते रहते हैं। जिसका खामियाजा गरीब जनता को भुगतना पड़ रहा है।

ऐसे ही एक मामले मे ग्राम दहेलिया के प्रधान दमयंती के पति दयाराम को जानकारी मिली कि कोटेदार बाबूराम 10 बोरी चावल, 10 बोरी गेहूं बेचने के लिए ले जा रहा है। तो प्रधान पति दयाराम ने कोटेदार का पीछा करना शुरू कर दिया। गांव से लाकर कोटेदार ने सारा सरकारी राशन घटियाघाट स्थित घनश्याम आढ़ती के यहां बेचने लगा। जिस पर प्रधान पति दयाराम ने हंगामा शुरू कर दिया। हंगामा होते ही आढ़ती की दुकान के आसपास काफी भीड़ लग गयी। प्रधान ने तहसीलदार अमृतपुर श्रीराम सचान को घटना के बारे में सूचना दी। तहसीलदार श्रीराम सचान ने पहुंचने के बाद जांच पड़ताल शुरू की। सम्बंधित पूर्ति निरीक्षक राजीव कुमार ने मौके पर पहुंच कर जांच पड़ताल की व प्रधान पति को साथ लेकर ग्राम दहलिया में जांच को गये। मजे की बता है कि इस दौरान पकड़ा गया 10 बोरा गेहूं गायब हो गया, व जांच में मात्र 10 बोरा चावल ही बचा।

पूर्ति निरीक्षक राजीव कुमार ने जब ग्राम दहलिया पहुचंकर ग्रामीणों से जांच पड़ताल की तो ग्रामीण बाबूराम, सुआ लाल, पू्से, होरी लाल आदि ने कोटेदार के विरुद्ध बयान दर्ज कराये हैं। वितरण रजिस्टर में भी अनियमिततायें मिली हैं। पूछतांछ के दौरान कोटेदार बाबराम ने अचानक बेहोशी का नाटक किया तो अधिकारी भी कुछ देर के लिये सकपका गये।

तहसीलदार अमृतपुर ने बताया कि कोटेदार के विरुद्ध रिपोर्ट जिलाधिकारी को भेजी जायेगी। डीएम के आदेशानुसार कार्रवाई की जायेगी।