कायमगंज (फर्रुखाबाद) : विगत 2 मई हुई को हुई बसपा नेता प्रदीप जाटव की हत्या के 12 दिन बाद भी पुलिस अभी तक अंधेरे में तीर मारती फिर रही है। इस दौरान मृतक के अपराधिक गतिविधियों में लिप्त होने व हत्या में उसके ड्राइवर, गैंग के दूसरे सदस्यों व मृतक की दूसरी पत्नी के संबंधों की आम चर्चा के बावजूद हत्या के दूसरे दिन ही मृतक के घर में डकैती पड़ गयी। बदमाशों ने लूट के बाद घटना स्थल पर ही मजे से शराब व कबाब का लुत्फ लिया और चलते बने। पुलिस सोती रही। इस दौरान इंस्पेक्टर की भूमिका व उनके स्थानीय संबंध व पूर्व इतिहास पर प्रश्नचिन्ह भी लगे। स्थिति यह है कि घटना के 12 दिन बाद सोमवार को मृतक के पिता महेन्द्र सिंह ने पुलिस अधीक्षक नीलाब्जा चौधरी को कोतवाली कायमगंज में घेर कर अपने बेटे के हत्यारों की गिरफ्तारी के विषय में पूंछा तो उनके पास कोई संतोषजनक जवाब तक नहीं था।
सोमवार को एक कार्यक्रम में शरीक होने आये एसपी फर्रूखाबाद कुछ देर के लिये कोतवाली कायमगंज में रूके जहां पर उन्होने क्षेत्र में कानून व्यवस्था की स्थिति की समीक्षा के साथ ही अपराधिक घटनाओं को रोकने की ताकीद की। उन्होने कहा कि आम आदमी के दिल से पुलिस का भय समाप्त करके अपराधियों को दहशत जदा रहना चाहिये और आम जनता की शिकायत पर त्वरित कार्यवाही करते हुये उसे तत्काल राहत देने की कोशिश करनी चाहिये। वहीं 2 मई को हुई प्रदीप जाटव की हत्या के मामले में उसके पिता के सामने एस पी कोई जबाव नहीं दे सके। उन्होंने कहा कि दो चार दिन में खुलासा कर दिया जायेगा।
उन्होने क्षेत्र के चर्चित बसपा नेता प्रदीप जाटव हत्या कान्ड़ और ग्राम जिराऊ में हुई युवती की हत्या तथा हत्या के बाद उसका शव जलाने की घटना पर भी से चर्चा की। मीडिया से वार्ता के दौरान उन्होने कहा कि पुलिस मामले की तहतक पहुंच चुकी है 2-4दिन में पुलिस मामले का खुलासा कर देगी। इसी बीच वहां मृतक प्रदीप जाटव के पिता महेन्द्र सिंह भी आ गये और उन्होने प्रदीप हत्या कान्ड़ में नाम जद हत्यारे गुड्डन की गिरफ्तारी न होने के बारे में पुलिस कप्तान से इसका कारण जानना चाहा तो उन्हे भी यही बताया गया कि शीघ्र ही केस का खुलासा होकर मुजरिम सलाखों के पीछे होगें। इस दौरान क्षे़त्राधिकारी योगेन्द्र सिंह , कोतवाली प्रभारी विजय यादव ,एसएसआई जगदीश तिवारी व एसएसआई राजेन्द्र सिंह ,कस्वा चौकी प्रभारी रामजीवन आदि लोग मौजूद रहे।