लखनऊ। यूपी के मौजूदा स्वास्थ्य मंत्री अहमद हसन ने ये कहकर सनसनी फैला दी है कि इस घोटाले के तार पूर्व मुख्यमंत्री मायावती से जुड़ रहे हैं। अहमद हसन ने कहा कि सरकार के पास मेडिकल घोटाले से जुड़े जो भी सबूत हैं वो सीबीआई को सौंपे जाएंगे।
हसन के मुताबिक सरकार घोटाले के कसूरवारों को सजा दिलवाने में कोई कसर नहीं छोड़ेगी। हसन ने जौनपुर मे पत्रकारों से बातचीत मे कहा की एनआरएचएम घोटाले मे सीबीआई जांच में कई मंत्री व आधिकारी जेल जा चुके है और जांच मे पूर्व मुख्यमंत्री मायावती का भी नाम सामने आ रहा है, ऐसे मे सरकार सीबीआई को पूरा सहयोग करेगी जिससे की घोटालेबाजों को सजा मिल सके।
दूसरी ओर एनआरएचएम घोटाला मामले में सीबीआई द्वारा गिरफ्तार किए गए पूर्व स्वास्थ्य सचिव प्रदीप शुक्ला को रेवन्यू बोर्ड सस्पेंड कर दिया गया है। यूपी मेडिकल घोटाले में सीबीआई ने प्रदीप शुक्ला को कुछ दिनों पहले ही गिरफ्तार किया था। इसके बाद सीबीआई ने प्रदीप शुक्ला से 9 घंटे तक पूछताछ की थी।
गिरफ्तारी से पहले उन्हें अमौसी हवाई अड्डे से पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया था। माया शासन में यूपी के स्वास्थ्य सचिव रहे शुक्ला को मायावती का करीबी भी माना जाता है। प्रदीप शुक्ला फिलहाल रेवेन्यू बोर्ड के सदस्य थे। शुक्ला से मार्च 2012 में भी पूछताछ की गई है।
प्रदीप शुक्ला यूपी कैडर के सीनियर आईएएस हैं। बीएसपी शासन में शुक्ला चार साल तक प्रमुख सचिव स्वास्थ्य के पद पर भी रह चुके हैं। फिलहाल जेल भेजे जाने के बाद शुक्ला को सस्पेंड कर दिया गया है।