फर्रुखाबाद: अन्ना का आन्दोलन सफल हुआ और इसकी सफलता के पीछे था मीडिया और आधुनिकतम संचार माध्यम| यह बात कांग्रेस की केंद्र की सरकार को तब समझ में आई जब अन्ना के 13 दिन के आन्दोलन/अनशन के बाद पूरी संसद को अन्ना के आगे नतमस्तक होना पड़ा| दबे मन से ही सही झूठी दिलासा ही सही मगर अन्ना ने संसद के सदस्यों की बात पर भरोसा किया और आन्दोलन ख़त्म हो गया| मगर इसके बाद जो हुआ वो नागरिको की आजादी पर कानूनी शिकंजा कस अंकुश लगाने का काम| अन्ना के आन्दोलन में SMS का बड़ा रोल रहा| करोडो लोगो तक मिनटों में सन्देश भेजे जा रहे थे| दिल्ली में अन्ना के अनशन में शामिल होने के लिए त्वरित गति से द्वारा न्योता भेजा गया| मगर इसके बाद केंद्र सरकार ने 160 अक्षर वाले छोटे से SMS पर तमाम तरह की बंदिशे लगानी शुरू कर दी| किसी प्रकार के टैक्स से मुक्त SMS पर सरकार ने 5 पैसे प्रति का यूजर एक्सेस चार्ज लगाया| यानि यदि आपका कोई किसी को मिलता है तो 5 पैसे सरकार को दीजिये| कोई भी 100 से ज्यादा नहीं भेज सकता एक दिन में, इसे बढ़ाकर बाद में 200 किया गया| यानि अन्ना के आन्दोलन को जनता की सुविधा के बहाने रोड़ा अटकाने की कोशिश|
काफी लम्बे जद्दोजहद के बाद अब अन्ना की और से इसका नया काट निकाला गया है| अब हर उस शख्स को 25 रुपये का कार्ड खरीद कर मोबाइल में डालना है जो अन्ना के साथ है या अन्ना के आन्दोलन से सम्बन्धित खबर चाहते है| ये कार्ड एक साल के लिए होगा| इस पैसे का उपयोग कार्ड लेने वाले के लिए ही होगा| यानि इस बार अन्ना के साथ कितने लोग जो कार्ड खरीदेंगे ये साबित करेंगे की वास्तव में अन्ना के साथ दिल से कितने है| ये कार्ड हर जिले में तथा इंटरनेट पर ऑनलाइन भी उपलब्ध कराये जा रहे है| तो पेश है अन्ना SMS कार्ड|