कायमगंज ( फर्रुखाबाद ) : भारत में अनेक धर्मो में से अहिंसा का धर्म कहा जाने वाला जैन धर्म जिसके सिद्धान्त मानव के हित कारी सिद्धान्त बनाये गये जिसमें अहिंसा का महात्व अलग से है। भगवान विमलनाथ पारस नाथ महावीर स्वामी का आज जन्म दिन बडी धूम धाम से मनाया गया।
भगवान महावीर स्वामी का जन्म दिन कायमगंज के बजरिया ,स्थित मंदिर में वेदी मंत्रउच्चारण द्वारा भगवान की पूजा अर्चना हुई। जैन धर्म में पूजा अर्चना के बाद भगवान महावीर स्वामी की रथ यात्रा लग भग एक शताब्दी से निकालने की परम परा है। जो कि मंदिर से निकल कर पूरे शहर में घूमती हुई लाल कुऑ स्थित पर समाप्त होती है। आज पहले मंदिर में मूर्ती के पास बैठने की परम परा है। जिस की दान रूपी बोली लगती है। जिस की बोली नरेश चन्द्र जैन ने लगा कर इन्द्रआसन को ग्रहण किया। दूसरे हिंडोरा हांकने की परम परा को शशंक जैन श्रषव जैन ने निभाई। कुवेर के रूप में राहुल जैन एवं शोभा यात्रा के रथ के सार्थी संतोष कुमार जैन बिराजमान थे यह शोभ रथ यात्रा में बैड़ बाजे महावीर स्वामी के गीतों की धुन में बजते हुये आगें चल रहे थे। जैन धर्म एक सैकडा से अधिक पताकाये लेकर बच्चे चल रहे थे। एक सैकडा से ऊपर जैन धर्म की महिलायें महावीर स्वामी की गीत भजन गुन गुनाती चल रही थी। यह यात्रा बजरिया जैन मार्केट श्यामा गेट ,लोहाई बाजार ,सदर बाजार ,पुरानी गल्लमंडी ,लालकुऑ रोड पर समापन्न हुआ।इस अवसर पर प्रमोद शरण जैन,योगेन्द्र जैन ,सरल जैन ,सुधीर जैन आदित्य जैन ,नरेन्द्र जैन अखलेश जैन ,प्रभाकर जैन ,डा प्रदीप जैन आज कायमगंज के सभी जैन अनुआई एवं महिला बच्चे सहित सभी जैन शोभा रथ यात्रा में शामिल थे। जैन धर्म के नारे जीव हत्या बन्द करो जियो और जीने दो एक दो तीन चार महावीर स्वामी की जय जय कार के साथ चल रहे थे। इस रथ यात्रा में महिला होमगार्ड व पुलिस सुरक्षा चुस्त दुरूस्त थी।