पालिका चुनाव: कौन बनेगा अन्धो में काना राजा

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:2006 में भाजपा, सपा और कांग्रेस से जीते थे 2-2 सभासद:

फर्रुखाबाद:  नेता जी, अब तक हमने तुम्हारा विधान सभा चुनाव लड़ाया अब हमारे चुनाव की बारी है| वार्डों से यही आवाज उठ रही है| लोग अपने आकाओं से काफी उम्मीद भी लगाये हैं| लेकिन, नेता जी को अब बुराई-भलाई नज़र आने लगी है| सभी वार्डों में नगरपालिका चुनाव की सुगबुगाहट नज़र आने लगी है| मतदाता सूचियों के पुनरीक्षण के साथ ही भावी उम्मीदवार लोगों के चरण स्पर्श की प्रक्रिया में लग गए हैं|

 

फर्रुखाबाद नगरपालिका चुनाव की राजनीति बिलकुल अलग है| यहाँ लोग चुनाव तो राजनीतिक दलों के बैनर से लड़ते हैं पर चुनाव जीतने के बाद पार्टीबाजी छोड़ने में ही भलाई मानते हैं| नगर पालिका में जिस सभासद ने ज्यादा पार्टी का झंडा उठाया उसका ऐसा बेडा गर्क होता है कि वह न घर का रहता है और न घाट का| उसकी उपेक्षा कर उसे पूरी तरह अलग- थलग कर दिया जाता है| सभासद रहे भप्पू सोनी से अच्छा इस बारे में कौन जनता है| उन दिनों दमयंती सिंह पालिका अध्यक्ष थीं और भप्पू सोनी  भाजपा के सभासद| भप्पू को भाजपा का झंडा उठाना इतना महँगा पड़ा कि 5 सालों में उनके वार्ड में कोई काम नहीं हुआ और वे चुनाव हार गए| पिछली नगरपालिका में वार्ड 1 से गेंदा लाल दिवाकर सपा की टिकट पर सभासद चुने गए थे लेकिन गेंदा लाल ने भप्पू सोनी वाली गलती नहीं की और अध्यक्ष से मिलकर ही अपने वार्ड में काम करा पाए| दिसंबर 2011 में भंग हुई  नगरपालिका में नीला रंग छाया है| 2006 में हुए नगर पालिका चुनाव में भाजपा, कांग्रेस और सपा ने चुनाव चिन्ह से उम्मीदवार लड़ाए थे| बसपा ने चुनाव चिन्ह से उम्मीदवार नहीं लड़ाए थे|अध्यक्ष पद पर भाजपा से डाक्टर रजनी सरीन और कांग्रेस से कमर हुसैन और सपा समर्थन से दमयंती सिंह चुनाव लड़ी थीं| बसपा के समर्थन से लड़े मनोज अग्रवाल ने जीत दर्ज करायी थी| सभासदों में भाजपा से अशोक वर्मा और रमेश बाथम, सपा से असलम  शेर खान और गेंदा लाल दिवाकर तथा कांग्रेस से मोहम्मद शकील मुन्ना और आशु खान जीते थे| पर पालिका सदन में यह दलीय सदस्य कभी विपक्ष की भूमिका में नज़र नहीं आये| तब कहीं वे इज्ज़त बचाकर अपने 5 साल काट पाए| नगरपालिका चुनाव की बिसात फिर बिछ गयी है| शहर में तो सभी राजनीतिक दल चुनाव हारे हैं| कुछ उम्मीदवारों के नए समर्थक भी बने हैं| अब नेता जी की परीक्षा है कि वे अपने समर्थक के समर्थन में कितनी जोर से नारा लगते हैं

………………भैया तुम संघर्ष करो, हम तुम्हारे साथ हैं|