आगामी 15 मार्च को उत्तर प्रदेश की सत्ता की कमान संभालने जा रहे समाजवादी पार्टी (सपा) नेता व प्रदेश के अगले मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के पास सरकार को सुचारू रूप से चलाने के लिए भले ही राजनीतिक दृष्टि से परिपक्व विधायकों का साथ हो लेकिन अखिलेश को जेनरेशन गैप जैसी दुविधा से बचाने के लिए उन्हें कुछ युवा प्रबंधकों की टीम भी सुलभ कराई जाएगी।
अखिलेश इस बात से भली प्रकार अवगत हैं कि बेहतर नतीजों के लिए अनुभव बहुत जरुरी है। यही नहीं जनता के बीच सरकार की बेहतर छवि स्थापित करने के लिए भी सजग रहना कितना जरुरी है। ऐसा कहा जा रहा है कि देश के शीर्ष प्रबंध संस्थान आईआईएम अहमदाबाद में एसोसिएट प्रोफेसर रहे अभिषेक मिश्र, अखिलेश के रणनीतिक सलाहकार की भूमिका निभा सकते हैं। रणनीतिक प्रबंधन, मार्केटिंग व ब्रांडिंग के क्षेत्रों में उनकी अकादमिक पृष्ठभूमि काफी मददगार साबित हो सकती है।
अभिषेक मिश्र के साथ अखिलेश की टीम में उत्कर्ष वर्मा मधुर भी शामिल किये जा सकते हैं। दादा स्व.कौशल किशोर के निधन के बाद से रिक्त हुई लखीमपुर सीट पर वर्ष 2010 में हुए उपचुनाव में जीतकर पहली बार विधायक बने उत्कर्ष ने दोबारा इस सीट पर अपना दबदबा कायम रखा है।
इतना ही नहीं सपा विधानमंडल दल में शामिल होने वाले प्रबंधकों में एक नाम नितिन अग्रवाल का भी है। पुणे के सिम्बायोसिस एजुकेशनल इंटरनेशनल सेंटर (एसआईईसी) से एमबीए की डिग्री हासिल करने वाले नितिन बहुजन समाज पार्टी (बसपा) से सपा में वापस लौटे दिग्गज नरेश अग्रवाल के बेटे हैं। कहा जा रहा है कि नितिन की मैनेजमेंट स्किल अखिलेश के लिए गाहे बगाहे काम आ सकती है।
पूर्व मंत्री और बहराइच के सपा विधायक वकार अहमद शाह के बेटे यासर शाह भी युवा प्रबंधकों की फेहरिस्त में शामिल हैं। शासन की रीति-नीति के निर्धारण में अखिलेश, यासर को भी समावेशित कर सकते हैं। वहीं, सपा विधायक राकेश कुमार तकनीकी विषयों पर राय देने के लिए काफी मददगार साबित हो सकते हैं।
आपको बता दें कि युवा प्रबंधकों की इस लिस्ट में पांच पीएचडी उपाधिधारक भी हैं जिनकी क्षमताओं का भी अखिलेश यादव सुविधानुसार प्रयोग कर सकते हैं। इनमें अतरौलिया के सपा विधायक संग्राम यादव, इलाहाबाद की बारा (सुरक्षित) सीट से निर्वाचित डॉ. अजय कुमार, झांसी की मऊरानीपुर (सुरक्षित) सीट से चुनी गईं डॉ.रश्मि आर्य व बलरामपुर की गैंसड़ी सीट के विधायक डॉ.शिव प्रताप यादव शामिल हैं। हालांकि, अब यह देखना दिलचस्प होगा कि अखिलेश इस टैलेंट पूल का प्रयोग किस तरह से करते हैं।