नकल पकड़ी गई तो कक्ष निरीक्षक व केन्द्र व्यवस्थापक पर भी होगी कार्रवाई

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फर्रुखाबादः जिलाधिकारी सच्चिदानंद दुबे ने कलेक्ट्रेट सभागार में 16 मार्च से प्रारंभ होने वाली हाईस्कूल व इण्टर मीडिएट परीक्षाओं के सम्बंध में समीक्षा बैठक की। बैठक में उन्होंने कहा कि नकल विहीन परीक्षा सम्पन्न कराने की सबसे बड़ी जिम्मेदारी केन्द्र व्यवस्थापक की होती है।

उन्होंने कहा कि प्रशासन द्वारा कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की जायेगी। परीक्षा केन्द्रों की 200 मीटर की परिधि में धारा 144 लागू कर दी गयी है। बिना अनुमति के यदि कोई व्यक्ति निर्धारित सीमा में प्रवेश करेगा तो वह दण्ड का भागी होगा। जनपद स्तरीय अधिकारियों को सेक्टर मजिस्ट्रेट बनाकर निरीक्षण करवाया जायेगा। उड़नदस्तों का गठन अलग से किया जायेगा। परीक्षा केन्द्र में कक्ष निरीक्षक सहित कोई व्यक्ति अथवा परीक्षार्थी मोबाइल फोन नहीं ले जायेगा। प्रवेश द्वार पर सघन तलाशी ली जायेगी। इसके बावजूद यदि नकल करता कोई परीक्षार्थी पकड़ जायेगा तो यह मानकर कि इसमें केन्द्र व्यवस्थापक व कक्ष निरीक्षक का सहयोग है दण्डात्मक कार्यवाही की जायेगी। परीक्षा के समय परीक्षाकेन्द्र के समीप की फोटो कापियर मशीने बन्द रहेंगी। कोई व्यक्ति लाउड स्पीकर का प्रयोग बिना अनुमति के प्रयोग नहीं करेगा। अति संवेदनशील परीक्षा केन्द्रों पर विशेष चौकसी रखी जायेगी।

जिलाधिकारी ने कहा कि सीटिंग प्लान केन्द्र व्यवस्थापक इस प्रकार रखेंगे कि एक ही विद्यालय व एक ही कक्षा के छात्र पास-पास न बैठे। सभी मां बाप का भी दायित्व है कि वह अपने बच्चे को समझाये कि वह अपने बलबूते पर परीक्षा उत्तीर्ण करे। नकल करके उत्तीर्ण होने से उसका भविष्य खराब हो जायेगा।

अपर पुलिस अधीक्षक वी के मिश्र ने कहा कि प्रत्येक परीक्षा केन्द्र पर एक उपनिरीक्षक एवं दो सिपाही तैनात किये जायेंगे। संवेदनशील/अति संवेदनशील परीक्षा केन्द्रों पर और अधिक पुलिस बल रहेगा।

जिला विद्यालय निरीक्षक देवेन्द्र स्वरूप सचान ने बताया कि हाईस्कूल में 29663 तथा इण्टरमीडिएट में 17228 परीक्षार्थी परीक्षा देंगे। जनपद में 65 परीक्षा केन्द्र बनाये गये हैं। 34 परीक्षाकेन्द्र संवेदनशील/अति संवेदनशील हैं। जिस विषय की परीक्षा होगी उसमें सम्बंधित शिक्षकों की ड्यूटी कक्ष निरीक्षण में नहीं लगाई जायेगी। प्रत्येक कक्ष में दो कक्ष निरीक्षक लगाये जायेगे। कक्ष निरीक्षक उपलब्ध न होने की दशा में माध्यमिक विद्यालयों के सेवा निवृत्त अध्यापकों तथा उच्च प्राथमिक विद्यालयों के अध्यापकों को आवश्यकतानुसार रखा जायेगा।