उत्तर प्रदेश, पंजाब, उत्तराखंड, मणिपुर और गोवा की विधान सभाओं के लिए आम चुनाव का ऐलान कर दिया गया है। आचार संहिता तुरंत से ही लागू हो गयी है। इन राज्यों के सभी सरकारी कर्मचारी अब केंद्रीय चुनाव आयोग के कंट्रोल में आ गए हैं। वे सभी चुनाव आयोग के पास डेपुटेशन पर माने जायेगें। इस बार पेड न्यूज़ के बारे में जिला, राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर मीडिया के लिए मानीटरिंग कमेटी बनेगी। हर कमेटी में ४ सदस्य होंगें जिसमें एक पत्रकार होगा। पत्रकार को प्रेस कौंसिल की ओर से नामित किया जाएगा। उम्मीदवारों को परिवार के भी किसी अपराधी की जानकारी भरनी पड़ी।
चुनाव खर्च के मामले में भी बहुत ही सख्त तरिके अपनाए जायेगें। सभी उम्मीदवारों को चुनाव खर्च के लिए एक नया खाता खोलना पडेगा और उसी खाते से निकाल कर पैसा खर्च करना पडेगा। खर्च पर नज़र रखने के लिए मानिटरिंग आब्ज़र्वर होंगें। जबकि चुनाव पर जनरल आब्ज़र्वर नज़र रख रहे होंगें। चुनाव खर्च पर नज़र रखने के लिए अभी से बस अड्डों , रेलवे स्टेशनों और हवाई अड्डों पर नज़र रखी जायेगी । किसी भी तरह के कैश की आवाजाही पर इनकम टैक्स वालों की नज़र रहेगी और वे सीधे चुनाव आयोग को सूचना देते रहेगें।
इस बार अपराधियों के लिए खासी मुश्किल आने वाली है क्योंकि अबकी बार फ़ार्म ऐसा बनाया गया है कि उसमें उम्मीदवारों के परिवार के भी किसी अपराधी की जानकारी भरनी पड़ी। इस बार यह भी इंतज़ाम किया गया है कि अगर कोई व्यक्ति जो एस सी या एस टी नहीं है और वह किसी एस सी या एस टी वोटर को धमकाता है कि तो उसे दलित एक्ट के तहत पकड़ा जाएगा।
गोवा में विधान सभा की ४०, मणिपुर में ६० पंजाब में ११७ ,उत्तरखंड में ७० और उत्तर प्रदेश में ४०३ सीटें हैं । इन सब के लिए चुनाव करवाया जाएगा। उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा वोटर हैं यूपी में करीब ११ करोड़ बीस लाख वोटर हैं जो सात फेज़ के चुनावों में मत डालेगें। श्री कुरेशी ने कहा कि राज्य में ९८ प्रतिशत लोगों को मतदाता पहचान पत्र दे दिए गए हैं । जिन लोगों के पास पहचान पत्र नहीं है वे फ़ौरन बनवा लें क्योंकि बिना पहचान पत्र के वोट नहीं ड़ालने दिए जायेगें। हर जगह इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन होगी। ।विकालांगों के लिए ख़ास इंतज़ाम किया गया है । दृष्टि विकलांग लोगों के लिए ब्रेल लिपि वाली मशीनों का इंतज़ाम भी किया गया है ।
चुनाव में सुरक्षा को सबसे ज्यादा महत्व दिया गया है ।