मन्नतों के बाद जेल में पैदा हुआ अभिलाष कैशियर सहित फिर पहुंचा जेल

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फर्रुखाबाद:  भारतीय स्टेट बैंक की फर्रुखाबाद शाखा से लखनऊ की स्टेट बैंक बैंक की शाखा में बैठकर ६४ लाख रुपये का चूना लगाने वाले अभिलाष व उसके सहयोगी कैशियर डीसी मल्होत्रा को पुलिस ने आज दोपहर बाद जेल भेज दिया| एक रिटायर्ड जेल कर्मी के पुत्र अभिलाष गुप्ता का जन्म भी फतेहगढ़ सेंट्रल जेल परिसर स्थित एक आवास में ही हुआ था।

मिली जानकारी के मुताबिक़ मास्टर माईंड अभिलाष गुप्ता के पिता केके गुप्ता सेन्ट्रल जेल फतेहगढ़ में टेक्नीशियन के पद पर तैनात थे| लेकिन उनके कोई पुत्र नहीं था| काफी मन्न्तों मुरादों के बाद अभिलाष का जन्म हुआ| उसके जन्म पर अभिलाष के पिता ने १९८० ने जब लोगों के पास रेडिओ की व्यवस्था नहीं होती थी उन दिनों में वीसीआर प्लेयर पर हजारों खर्च कर “वीणोंगोपाल” फिल्म चलवाई थी| जिसको देखने के लिए आसपास के कई दर्जन गाँव के लोग अभिलाष के घर पर फिल्म देखने गए थे|

अभिलाष के पिता केके गुप्ता के रिटायर्ड होने के बाद जेएनवी रोड पर खुद का मकान बनाकर रहने लगे| उन्होंने यह सपने भी नहीं सोंचा होगा कि पूरा जीवन जेल में नौकरी करने के बाद उनाक इकलौता पुत्र जेल की हवा खायेगा| विगत ८ दिसम्बर को बैंक को ६४ लाख का चूना लगाने वाले अभिलाष गुप्ता ने पिता की उम्मीदों पर पानी फेर दिया| करीब एक सप्ताह से पुलिस हिरासत में चल रहे अभिलाष गुप्ता व खतराना निवासी स्वर्गीय राज नारायण का पुत्र कैशियर डीसी मल्होत्रा को पुलिस ने गहन पूंछतांछ के बाद आज न्यायालय में पेश करने के बाद लोहिया में मेडिकल परीक्षण कराया| तत्पश्चात दोनों को हथकड़ी लगाकर जेल भेज दिया|