सशक्तलोकपाल बिल के लिये अन्ना हजारे ने अपनी जंग के तीसरे चरण की शुरुआत रविवार को जंतर मंतर पर कर दी है। घटना क्रम कुछ इस प्रकार है।
3:30 बजे। टीम अन्ना के प्रमुख सदस्य अरविंद केजरीवाल ने टीम अन्ना के लोकपाल बिल की शर्तें मौके पर मौजूद राजनीतिक दलों के सामने रखी। जिस पर मौके पर मौजूद राजनीतिक दलों ने भी अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की। सीपीआई और सीपीएम ने कहा कि टीम अन्ना को हर बात यहां नहीं करनी चाहिए। वहीं बीजेपी ने कहा कि टीम अन्ना को कुछ बातें संसद पर भी छोड़ देनी चाहिए।
3:00 बजे। सपा नेता राम गोपाल यादव ने अन्ना की अधिकतर मांगों पर सहमति जताई। रामगोपाल यादव ने कहा कि देश को भ्रष्टाचार मुक्त बनाने के लिए उनकी पार्टी पूरी तत्पर है। वो भी चाहते हैं कि देश भ्रष्ट तंत्र मुक्त हो। सपा ने कहा कि पीएम को लोकपाल दायरे में होना चाहिए। कुछ बातों को छोड़कर उनकी पार्टी पूरी तरह से अन्ना के लोकपाल बिल का समर्थन करती है।
2:30 बजे। आंध्र प्रदेश की पार्टी तेलगूदेश पार्टी ने भी अन्ना हजारे के लोकपाल बिल का समर्थन किया है। टीडीपी की तरफ से बोलते हुए एरन नायडू ने कहा कि सरकार को जल्द ही लोकपाल बिल को पास कराना चाहिए।
2:15 बजे। जदयू अध्यक्ष शरद यादव लोकपाल बिल पर खुली बहस में शामिल होने जंतर-मंतर पर अन्ना के मंच पर पहुंचे। शरद यादव ने कहा कि सभी कर्मचारी लोकपाल के दायरे में आने चाहिए। उन्होंने सीबीआई को भी सरकार के नियंत्रण से अलग करने की बात कही। शरद यादव ने कहा कि सरकार को शीतकालीन सत्र के दौरान ही मजबूत लोकपाल पास करन चाहिए।
2:00 बजे। सीपीएम लीडर वृंदा करात ने अन्ना के मंच पर पहुंच लोकपाल बिल पर पार्टी का पक्ष रखा। उन्होंने भी प्रधानमंत्री को लोकपाल बिल के दायरे में रखने की बात कही। वृंदा करात ने कहा कि स्टैंडिंग कमेटी का ड्रॉफ्ट बिल बहुत कमजोर है। उन्होंने सांसदों के आचरण को भी लोकपाल बिल के दायरे में लाने में अन्ना का पक्ष लिया। इस दौरान वे अन्ना के लोकपाल बिल से पूरी तरह सहमत नजर आईं। इस दौरान उन्होंने कारपोरेट कंपनियों को भी लोकपाल बिल के दायरे में रखने की मांग की। सबसे अहम मुद्दे ग्रुप सी व डी के अलावा उन्होंने न्यायपालिका को भी इस लोकपाल बिल के दायरे में लाने की बात कही।
1:50 बजे। सीपीआई नेता एवी वर्धन भी अन्ना के मंच पर पहुंचे। बर्धन ने टीम अन्ना से बाकी लोगों की बात सुनने को भी कहा। इसके अलावा उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री को लोकपाल बिल के दायरे में लाने की अपील की। इतना ही नहीं उन्होंने सीबीआई, ग्रपु सी व डी के कर्मचारियों के अलावा सिटी चार्टर को भी लोकपाल बिल के दायरे में लाने के लिए कहा।
1:40 बजे। एनडीए गठबंधन में शामिल अकाली दल ने भी अन्ना हजारे के मंच पर पहुंचकर उनके लोकपाल बिल को समर्थन दिया। अकाली दल ने प्रधानमंत्री को लोकपाल बिल के दायरे में लाने की सिफारिश भी की।
1:25 बजे। भारतीय जनता पार्टी के नेता और राज्यसभा में विपक्ष के नेता अरुण जेटली ने अन्ना के मंच से बोलते हुए कहा कि प्रधानमंत्री को लोकपाल बिल के दायरे में लाया जाना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि लोकपाल बिल पर जनमत जानने के लिए सरकार को जनता के बीच जाना चाहिए। इस दौरान अरुण जेटली ने लोकपाल की विभिन्न शर्तों पर भारतीय जनता पार्टी का पक्ष रखा।
1:20 बजे। लोकपाल बिल पर बहस करने के लिए कांग्रेस को भी निमंत्रण भेजा गया था। अरविंद केजरीवाल ने जनता के सामने कांग्रेस के द्वारा भेजी गई चिट्ठी पढ़कर जनता को सुनाई। जिसमें कांग्रेस ने कहा कि लोकपाल बिल पर संसद के भीतर बहस होना बाकी है। जिस वजह से इस पर किसी और जगह बहस नहीं हो सकती है।
1:15 बजे।भारतीय जनता पार्टी की तरफ से अरुण जेटली और सीपीएम की तरफ से वृंदा करात अन्ना हजारे के मंच पर पहुंचे। यहां ये लोकपाल बिल पर बहस करेंगे।
1:00 बजे।सिविल सोसाइटी के प्रमुख सदस्य प्रशांत भूषण ने जंतर-मंतर पर अन्ना के मंच से बोलते हुए कहा कि सरकार को लोकपाल जनता से पूछकर बनाया जाना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि अब संविधान में भी बदलाव करने की जरूरत है। जनता से अपील करते हुए प्रशांत भूषण ने कहा कि मजबूत लोकपाल बिल के लिए यह आंदोलन कई साल तक चलेगा।
12:55 बजे। राजनीतिक हस्तियां भी पहुंची अन्ना हजारे के आंदोलन में शामिल होने। भारतीय जनता पार्टी की तरफ से राज्य सभा में विपक्ष के नेता अरुण जेटली और लेफ्ट की तरफ से वृंदा करात भी मौके पर पहुंची। राजनीतिक हस्तियां भी इस मौके पर लोकपाल बिल पर अन्न के मंच से अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करेंगे।
12:45 बजे। भ्रष्टाचार के खिलाफ जंतर-मंतर पर अन्ना के लोकपाल बिल को समर्थन देने समाज सेवी मेधा पाटकर भी मंच पर पहुंचीं। मेधा पाटकर ने कहा कि ग्रुप सी और ग्रुप डी के कर्मचारियों को भी लोकपाल बिल के दायरे में लाना चाहिए।
12:30 बजे। अन्ना हजारे के सहयोगी, सिविल सोसाइटी के अहम सदस्य और लोकपाल बिल का मसौदा तैयार करने वाले शांति भूषण ने मंच पर से बोलते हुए सरकार के लोकपाल बिल को कमजोर करार दिया। उन्होंने न्याय व्यवस्था को भी लोकपाल बिल के दायरे में लाने की बात कही।
12:00 बजे। टीम अन्ना के एक और सदस्य गोपाल राय ने कहा कि 27 दिसंबर से शुरू होने वाले अन्ना हजारे के अनशन के बाद 1 जनवरी से जेल भरो आंदोलन शुरू किया जाएगा।
11:50 बजे। अन्ना हजारे के प्रमुख सहयोगी अरविंद केजरीवाल ने मंच से बोलते हुए राजनीतिक दलों पर निशाना साधा। केजरीवाल ने सीबीआई मुद्दे पर बताया कि किस तरह से सत्ता पर आसीन पार्टियों ने सीबीआई को दुरुपयोग किया है। सीबीआई मामले पर केजरीवाल ने बीजेपी और कांग्रेस की जमकर खिंचाई की।
11:25 बजे। अन्ना की सहयोगी मेधा पाटकर भी अन्ना हजारे के सांकेतिक अनशन में हिस्सा लेने के लिए जंतर-मंतर पहुंची।
11:00 बजे। अन्ना हजारे के समर्थन में एक बार फिर उमड़ा हुजूम। जंतर-मंतर पर दिल्ली पुलिस ने 5 हजारे लोगों को ही पहुंचने की इजाजत दी थी। अन्ना के अनशन के साथ ही जंतर-मंतर पर उनके समर्थकों की संख्या बढ़नी तेज हो गई। सुबह दस बजे के बाद तक जंतर-मंतर पर समर्थकों की संख्या 10,000 के पार पहुंच गई है।
10:50 बजे। लोकपाल बिल पर कांग्रेस में भी बिखराव दिखाई दे रहा है। जहां कांग्रेस एक तरफ अन्ना के अनशन से दूरी बनाए हुए है वहीं पार्टी के कुछ सांसद अन्ना के लोकपाल बिल के समर्थन में सामने आ रहे हैं। उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर से कांग्रेस सांसद संजय सिंह जंतर-मंतर पर अन्ना के मंच पर पहुंचे। संजय सिंह ने सरकार से मजबूत लोकपाल बिल लाने की अपील करते हुए संजय सिंह ने कहा कि सरकार को देश को बेईमान लोगों से बचाना चाहिए।
10:45 बजे। कुमार विश्वास ने कहा कि सरकार लोकपाल बिल पर बात करने को तैयार नहीं हैं। विश्वास ने यह भी कहा कि जब तक सरकार लोकपाल बिल पर कोई ठोस कदम नहीं उठाती है तब तक अन्ना का अनशन जारी रहेगा।
10:30 बजे। अन्ना हजारे की सहयोगी किरण बेदी मंच से अन्ना समर्थकों को संबोधित करने पहुंचीं। किरण बेदी ने कहा कि देश की राजनीति में बदलावा आ रहा है। आज हर वोट देने वाला इंसान अपने प्रतिनिधियों से पूछ रहा है कि मैंने तुम्हें वोट दिया है तुम बताओ मेरे लिए क्या कर रहे हो।
10:14 बजे। अन्ना हजारे अपनी टीम के सदस्यों के साथ जंतर-मंतर पहुंच गये।
10:05 बजे। अन्ना का काफिला दरियागंज होते हुए जंतर-मंतर की ओर जा रहा है।
9:46 बजे। जंतर-मंतर की सुरक्षा के लिए 1 हजार सुरक्षाबल तैनात किये गये हैं, जिनमें दिल्ली पुलिस और अर्द्धसैनिक बल शामिल हैं। इनमें करीब 300 सुरक्षाकर्मी सादे कपड़ों में तैनात हैं। साथ ही महिला पुलिस बल भी भारी संख्या में तैनात है।
9:25 बजे। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित की।
9:20 बजे। अन्ना हजारे अपने सहयोगियों के साथ राजघाट पहुंचे। यहां से वो सीधे जंतर-मंतर जायेंगे।
9:10 बजे। अभी-अभी खबर मिली है कि अन्ना के साथ-साथ अरविंद केजरीवाल, कुमार विश्वास, संजय सिंह और मनीष सिशोधिया भी सांकेतिक अनशन पर बैठेंगे।
8:54 बजे। टीम अन्ना के सदस्य कुमार विश्वास जंतर-मंतर पहुंचे।
8:41 बजे। मनीष शिशोधिया और अरविंद केजरीवाल, अन्ना को लेने के लिए महाराष्ट्र भवन पहुंच गये हैं। यहां से अन्ना पहले राजघाट जायेंगे और बापू की समाधी को नमन करने के बाद जंतर-मंतर पहुंचेंगे।
8:40 बजे। टीम अन्ना को दिल्ली पुलिस ने लिखित नोटिस देकर जंतर-मंतर को रात्रि 8 बजे तक खाली करने को कहा।
सुबह 8:30 बजे। अन्ना का अनशन 10 बजे से शुरु होना है, जिसके लिए 9:45 बजे तक वो स्थल पर पहुंच जायेंगे।
सुबह 8:00 बजे। कोहरा लगभग पूरी तरह छंट चुका है, हलकी धूप के बीच लोग तिरंगा लिये हुए अन्न का इंतजार कर रहे हैं।
सुबह 7:30 बजे। अन्ना के समर्थक बापू के गीत रघुपति राघव राजा राम… गाते हुए दिख रहे हैं। उनका मनो बल बढ़ाने के लिए कई एनजीओ के स्वयंसेवक भी स्थल पर पहुंचे हैं।
सुबह 7 बजे। अन्ना के समर्थन में लोगों का हुजूम जंतर-मंतर पर पहुंचता दिखाई दिया। दिल्ली की सड़कों पर अन्ना के समर्थक जुलूस लेकर अनशन स्थल पर पहुंचे। हालांकि ठंड की वजह से ज्यादा लोग सुबह मैदान में नहीं दिखे।
सुबह 6 बजे। घने कोहरे के बीच जंतर-मंतर मैदान पर अनशन की तैयारियों को अंतिम चरण दिया गया।