प्रदेश में एक और सीनियर आईपीएस अफसर ने बागी तेवर अपनाए. खुद पर प्रताड़ना का आरोप लगाने वाले इस अफसर का नाम है अमिताभ ठाकुर.
उत्तर प्रदेश में यह दूसरी बार है कि किसी सीनियर आईपीएस अफसर ने प्रताड़ना के आरोप लगाए हैं. इससे पहले डी डी मिश्रा ने भी कुछ ऐसे ही आरोप लगाए थे. उनका मामला अभी ज़्यादा पुराना नहीं हुआ है कि अमिताभ ठाकुर का मामला सामने आ गया है.
ठाकुर ने प्रमुख सचिव (गृह) कुंवर फतेह बहादुर मुख्यमंत्री के सचिव विजय सिंह समेत कई दूसरे प्रशासनिक अधिकारियों पर प्रताड़ना का आरोप लगाया है. उनका कहना है कि उन्हें लंबे समय से परेशान किया जा रहा है.
अमिताभ ठाकुर का कहना है कि उन्होंने इस संबंध में हाई कोर्ट की लखनऊ बेंच में याचिका भी दायर की है जिसमें प्रताड़ना की बात कही गई है.
उल्लेखनीय है कि इससे पहले अग्निशमन विभाग में पुलिस उपमहानिरीक्षक (डीआईजी) डी डी मिश्रा ने राज्य की मायावती सरकार को भ्रष्टाचार में डूबी सरकार करार दिया था. इसके बाद 4 नवंबर को सरकार ने उन्हें मानसिक रूप से बीमार करार देकर जबरन राजधानी के छत्रपति शाहूजी महाराज चिकित्सा विश्वविद्यालय में भर्ती करा दिया था, जहां चिकित्सकों ने उन्हें बाई-पोलर डिसआर्डर से पीड़ित करार दिया था. मिश्रा को 9 नवंबर को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई.
बाद में मिश्रा का तबादला दूसरे विभाग में कर दिया गया.