हड़ताल के नाम पर बाहर धरना, अंदर काम

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फर्रुखाबाद: उत्तर प्रदेश कर्मचारी महासंघ के प्रांतीय नेतृत्व के आह्वान पर 22 सूत्री मांगों को लेकर राज्य कर्मियों की हड़ताल गुरुवार को दूसरे दिन भी जारी रही। आंदोलित कर्मियों ने महासंघ के प्रांतीय अध्यक्ष अजय सिंह से दूरभाष पर मिले निर्देश के बाद हड़ताल अनिश्चितकाल तक जारी रखने की घोषणा की। विकास भवन, डीआरडीए, जिला पंचायत में हड़ताल का असर दिखा। परंतु अनेक कार्यालयों में बाहर से तालाबंदी के बावजूद अंदर काम होता रहा।

 

महासंघ ने 22 सूत्री मांगों पर केवल आश्वासन मिलने के कारण हड़ताल स्थगित करने से मना कर दिया है। मांगों पर शासनादेश जारी होने के बाद ही हड़ताल स्थगित करने पर विचार किया जाएगा। ग्राम पंचायत सफाई कर्मी वेलफेयर एसोसिएशन, मिनिस्टीरियल फेडरेशन एसोसिएशन, माध्यमिक शिक्षक संघ, चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी महासंघ, ग्राम पंचायत सफाई कर्मचारी, नलकूप सिंचाई खंड, जिला पंचायत, चकबंदी, आरईएस, वन विभाग के कर्मचारी संघ ने भी हड़ताल में सहभागिता निभायी।

जिलाध्यक्ष राकेश सारस्वत ने विकास भवन के बाहर धरना पर बैठे कर्मचारियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि पीआरडी जवानों को होमगार्डो की तरह मानदेय दिया जाए। महामंत्री विजय सिंह ने कहा कि सरकार चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को दस साल की सेवा के बाद लिपिक के समकक्ष ग्रेड का वेतनमान दे। मिनिस्टीरियल फेडरेशन के अध्यक्ष सुरजीत सक्सेना ने लिपिक संवर्ग के कर्मचारियों को सम्मानजनक वेतन देने की मांग की। राज्य कर्मचारी शिक्षक संघ के प्रादेशिक नेतृत्व के निर्देश पर माध्यमिक शिक्षक संघ के शिक्षकों ने बैठक कर हड़ताल वापस लेने की अफवाह फैलाने को सरकार की साजिश बताया। संरक्षक हेमनारायण पांडेय ने कहा कि हड़ताल मांगे पूरी होने तक जारी रहेगी। वहीं नवाबगंज ब्लाक कार्यालय सहित अनेक कार्यालयों में बाहर से ताले लगे होने के बावजूद अंदर सरकारी कामकाज होता रहा।