मोअल्लिम व पत्राचार बीएड के लिए रोकी गईं 7175 सीटें

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लखनऊ। राज्य सरकार ने बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में सहायक अध्यापकों की भर्ती के लिए भले ही 72 हजार 825 सीटों को मंजूरी दी हो, लेकिन भर्ती 80 हजार पदों पर ही की जाएगी। बीएड डिग्रीधारकों से 72 हजार 825 सीटें भरी जाएंगी और शेष बचने वाली 7175 सीटें मोअल्लिम-ए-उर्दू और पत्राचार बीटीसी वालों से भरने का विचार है। शिक्षक बनने के लिए मोअल्लिम-ए-उर्दू और पत्राचार बीटीसी वालों को शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) पास करना अनिवार्य होगा। इस संबंध में संशोधित आदेश जारी करने पर मंथन चल रहा है।

राज्य सरकार ने शिक्षा का अधिकार अधिनियम के तहत मानव संसाधन विकास मंत्रालय से शिक्षक के 80 हजार पदों की मंजूरी पूर्व में ही प्राप्त कर रखा है। पहले सभी सीटें बीएड डिग्रीधारकों से ही भरने की तैयारी थी, लेकिन मोअल्लिम और पत्राचार बीटीसी वालों को शिक्षक बनाने के लिए लगातार बढ़ते दबाव पर इन्हें भी शिक्षक बनाए जाने का विचार चल रहा है।

इस संबंध में पिछले दिनों बेसिक शिक्षा निदेशालय ने शासन को प्रस्ताव भी भेजा है। इसमें टीईटी में मोअल्लिम और पत्राचार बीटीसी वालों को भी शामिल करने का अनुरोध किया गया है। जानकारों का मानना है कि इसके बाद ही बीएड डिग्रीधारकों के लिए 80 हजार सीटों के स्थान पर 72 हजार 825 सीटें रखने का निर्णय किया गया। हालांकि, टीईटी पास करने संबंधी प्रस्ताव की जानकारी मिलते ही मोअल्लिम और पत्राचार बीटीसी वाले इस प्रयास में जुट गए हैं कि उन्हें टीईटी की परिधि से बाहर रखा जाए।