फर्रुखाबाद: गरीबी में बरसात भी मुसीब बन जाती है। रविवार को वर्षा के दौरान थाना जहांनगंज के जहांगीरपुर गांव में एक कच्चा मकान भरभरा कर ढह गया। मकान ढहने से मां व उसके दो मासूम बच्चों की दब कर मौत हो गयी। तहसीलदार सदर ने मौके पर पहुंच कर जांच पड़ताल की व पीड़ित परिवार को तीन लाख रुपये की आर्थिक सहायता दिये जाने की संस्तुति की है।
जहांगीर पुर एक कच्चे मकान में दो भाई शमीम अली व सलीम अली पुत्रगण नसरुद्दीन परिवार सहित रहते हैं। छोटे से कच्चे मकान में सुबह से ही हो रही वर्षा से बचने के लिये शमीम की 27 वर्षीय पत्नी शाजिया बेगम अपने 4 वर्षीय पुत्र साहिबे आलम व 1 वर्षीय कहकशां बानों को सीने से चिपकाये बैठी थी, कि अचानक मकान की दीवार भरभरा कर गिर पड़ी। दीवार गिरते ही छत भी ढह गयी। छत को नीचे आते देख मां ने अपने बच्चों के ऊपर ढाल बनकर बचाने का प्रयास किया परंतु मासूमों की जान तो खैर क्या ही बचती मां भी मिट्टी के बोझ तले दबकर मर गयी। झमाझम वर्षा के दौरान मिट्टी को हटा कर शव निकालने वाले भी आंसू न रोक सके।
मौके पर पहुंचे तहसीलदार सदर मोहन सिंह ने बताया कि मकान पूरी तरह क्षितग्रस्त हो गया है। तीन लोगों की मौत के लिये दैवी आपदा मद से पीड़ित परिवार को तीन लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी जायेगी। मकान बनाने के लिये दोनों भाइयों को दस हजार रुपये की धनराशि अलग से दी जायेगी।