फर्रुखाबाद: लापरवाह पुलिस कर्मियों की तरह लोहिया अस्पताल के भी कर्मचारियों ने चातिर अपराधी शहजाद उर्फ़ बंटी के भाग जाने की घटना को छिपाया और उसके भाग जाने के मामले में पुलिस की मदद की|
बंटी के भाग जाने की जानकारी मिलने पर अपरान्ह १ बजे मीडिया वालों ने नर्स शोभा सहाय से जानकारी की तो उन्होंने ऐसी घटना से इनकार करते हुए कहा कि उनके पास बंदी की बीएचटी नहीं है| बहाना बनाया कि उस पर दस्तखत होने गए हैं| बीएचटी स्टोर इंचार्ज के पास है और इंचार्ज स्टोर में नहीं है|
दवाव पड़ने पर बाद में नर्स ने बताया कि डॉ कमलेश ने बंटी को ८:३० बजे डिस्चार्ज किया| डॉ कमलेश ने बताया कि बंदी को पेशाब में जलन की शिकायत थी| उन्होंने कैदी के भगा जाने की जानकारी होने से साफ़ इंकार कर दिया|
आर आई राजेन्द्र सिंह ने बताया कि उन्हें घटना की जानकारी करीब एक बजे दी गयी| इस दौरान जिला जेल अधीक्षक कैलाश चन्द्र को घटना की जानकारी नहीं थी| सवा बजे के बाद जेलर एस ऍन सिंह ने स्वयं फोन से JNI से घटना की जानकारी ली तथा बताया कि बीते दिन सायं ४ बजे उन्होंने कैदी बार्ड का निरीक्षण किया था| जांच पड़ताल करने के बाद अपर पुलिस अधीक्षक श्री मिश्र ने अस्पताल से ही घटना की जानकारी पुलिस अधीक्षक ओपी सागर को दी तथा फतेहगढ़ कोतवाली के प्रभारी कमरुल हशन को बंटी को तलाश करने का निर्देश दिया|
फतेहगढ़ पुलिस ने कोतवाली के निकट बंटी के आवास पर छापा मारा तो नीचे की बैठक खुली हुयी थी| ऊपर के कमरों में ताले लगे थे| बंटी के नगर में ही दो मकान और बताये गए हैं|