जेएनआई का प्रयास- शनिवार से बीएड परीक्षा के प्रवेश पत्र मिलेंगे ऑनलाइन

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फर्रुखाबाद: साल भर एक केन प्रकरण विभिन्न माध्यमो से कालेजों द्वारा ठगे गए बीएड छात्रो को अंतिम समय में कुछ राहत मिलने की उम्मीद है| जेएनआई द्वारा उच्च शिक्षा सचिव अवनीश कुमार अवस्थी से अनुरोध के बाद छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर ने भरोसा दिलाया कि 23 जुलाई 2011, शनिवार शाम तक प्रवेश पत्र डाउनलोड करने की सुविधा विश्वविद्यालय की बेवसाईट www.kanpuruniversity.org पर उपलब्ध करा दी जाएगी|

जेएनआई को कुछ बीएड के छात्रो ने आज सुबह 22 जुलाई 2011 शुक्रवार को फोन पर बताया कि बीएड 2011 की परीक्षा 27 जुलाई से शुरू होनी है और प्रवेश पत्र का कोई अत पता नहीं है| छात्रो ने बताया की सम्भव है बीएड शिक्षा देने वाले कॉलेज माफिया और विश्व विद्यालय की सांठगाठ से खेल किया गया हो| उनके मुताबिक सम्भावना व्यक्त की गयी कि हर परीक्षा के प्रवेश पत्र वेबसाईट पर उपलब्ध होने के दौर में छात्रो को इस सुविधा से इसलिए वंचित किया जा रहा है ताकि छात्र छात्राएं कॉलेज के प्रबंधन से प्रवेश पत्र प्राप्त करें और छात्रो से प्रवेश पत्र के नाम पर भी वसूली की जा सके|

पूरे मामलो को गंभीरता से लेने के बाद जेएनआई ने इस मामले पर उच्च शिक्षा मंत्री राकेश धर त्रिपाठी को उनके विभाग की इंटरनेट साईट से मिले नंबर पर फोन मिलाया तो उनका फ़ोन काल डायवर्ट मिला (उत्तर प्रदेश में आमतौर पर मंत्रियो के फोन ऐसे ही होते है)| उसके बाद सम्बन्धित छत्रपति शाहू जी महाराज यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर एह के सहगल से बात करने का प्रयास किया तो उनका फोन नहीं उठा| अंत में उच्च शिक्षा सचिव अवनीश कुमार अवस्थी को फ़ोन लगाया तो उनसे बात हुई| श्री अवस्थी में मामले को गंभीरता से लेने की बात कही| देर शाम श्री अवस्थी ने जे एन आई को फ़ोन कर बताया कि उनकी बात कानपुर हो गयी है और कहा गया है कि शनिवार देर शाम तक बीएड प्रवेश पत्र वेब साईट से डाउनलोड करने की सुविधा उपलब्ध हो जाएगी| हालाँकि अंत में उन्होंने ये भी जोड़ा कि वाइस चांसलर से भी बात कर ले| लेकिन सवाल ये है कि वाइस चांसलर फ़ोन नहीं उठाते|

अलबत्ता सचिव अवनीश कुमार अवस्थी के प्रयास के बाबजूद यदि वेब साईट पर प्रवेश पत्र उपलब्ध नहीं हो पाते तो छात्रो द्वारा लगाया गया आरोप कि बीएड छात्रो से अवैध फीस वसूली में यूनिवर्सिटी के कर्णधारो की भी कॉलेज प्रबन्धन के साथ मिलीभगत है को प्रमाणित कर देगा|