तिरुवनंतपुरम। एक मंदिर जिसके तहखानों में है दौलत का अंबार! यकीन न हो तो ध्यान से देखिए, अभी तक लगभग 50000 करोड़ के जेवरात मिले। गिनती अभी भी जारी है। जमीन के नीचे हैं बड़ी-बड़ी गुफाएं और उनमें भरे हैं सिर्फ हीरे, जेवरात। इनमें है अथाह संपति। सोने के 3 मुकुट, रत्न जटित सोने की छड़ें, 18 फुट लंबे 1000 से ज्यादा नैकलेस। इनमें से एक नैकलेस 10 किलो सोने का तो 4 नैकलेस का वजन 2 किलो। 1 लाख से ज्यादा सोने-चांदी के सिक्कों और वो सब जो हम सिर्फ सपने में देखते हैं। ये मंदिर नहीं ये है खजाने का अंबार।
केरल की राजधानी तिरुअनंतपुरम के पद्मनाभ मंदिर में अरबों रुपए का खजाना मिला है। सदियों पुराने इस मंदिर को सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर सरकार ने खुलवाया है। सुप्रीम कोर्ट की सात सदस्यीय कमेटी के पैनल ने जब मंदिर के गुप्त तहखानों और कमरों को खोला तो उनकी आंखें फटी की फटी रह गईं। खजाने में बड़ी तादाद में मोती, पन्ना, माणिक, हीरे और सोने का सामान मिला है। खजाना इतना ज्यादा है कि अभी तक सुप्रीम कोर्ट की टीम सिर्फ 30 फीसदी का ही मुआयना कर सकी है।
खोजबीन के दौरान मोती, पन्ना, माणिक्य, नीलम और हीरे जैसे कीमती रत्न भारी बक्सों में रखे मिले हैं। सोने से बने धान के ढेर और एक हजार सर्पोली जंजीरों के ढेर मिले हैं। जानकारों के मुताबिक ये पारंपरिक राजसी जंजीरें होती हैं। इनमें सबसे लंबी जंजीर 18 फीट की बताई गई है। उनमें से एक जंजीर का वजन 10 किलो तक था तो चार का वजन 2-2 किलो तक है।
एक और लॉकर में शुद्घ सोने से बनी लंबी रस्सी मिली, जिसे केरल की पारंपरिक जूट की रस्सी की तरह गोल-गोल मोड़कर रखा गया था। खजाने में ऐसी कई रस्सियां रखी थीं। 5-5 करोड़ रुपये की कीमत वाले हीरे और सोने की सैकड़ों मुहरें थैलों और लकड़ी के बक्सों में रखी मिली हैं। कुछ थैले फट गए थे, बक्से टूट गए थे और कीमती रत्न जमीन पर बिखरे थे। सभी जंजीरें और हार मिलाकर एक क्विंटल से भी ज्यादा भारी हैं।
कमरों में सोने के बेशुमार पेंडेंट मौजूद थे और बड़ी तादाद में सोने के राजदंड मिले हैं। ऐसी चेनें मिली हैं, जिनमें पन्नों और माणिक्य की 12-12 परतें तक जड़ी हैं। सोने-चांदी के सिक्कों की संख्या एक लाख के आसपास बताई जा रही है। सोने के मणिबंध यानी कलाई पर पहनने वाले पट्टे की भी खूब चर्चा है, जिनमें हीरे जड़े हैं। हरेक मणिबंध दो किलो का है। एक से 2 किलो वजन वाली सोने-चांदी की छड़ों और सिक्कों की तो गितनी नहीं है।