‘डा. ब्रह्मदत्त अवस्थी’ के साथ एक युग का अंत

FARRUKHABAD NEWS

फर्रुखाबाद:(जेएनआई ब्यूरो) अपनी बुलंद आवाज और सरल व्यक्तित्व के लिए जानें जानें वाले बीजेपी सहित तमाम हिन्दू संगठनों को धार देनें वाले ब्रह्मदत्त अवस्थी का शरीर सोमवार को शांत हो गया| उनके दिवंगत होनें की खबर से पूरे जनपद के साथ ही प्रदेश स्तर पर शोक की लहर दौड़ गयी|
जनपद के अमृतपुर के ग्राम नगला हूसा के मूल निवासी 91 वर्षीय स्वर्गीय डा. ब्रह्मदत्त अवस्थी विभिन्य पदों पर रहे| 22 सितंबर,1935 को उनका जन्म मूल निवास पर हुआ था| वर्तमान में नगला दीना फतेहगढ़ में उनका निवास है| उन्होंने भूगोल तथा हिंदी विषय में स्नातकोत्तर उपाधि प्रयाग व कानपुर विश्‍वविद्यालय से प्राप्‍त कीं। 1975 के आपातकाल में मीसा-बंदी रहे। 
वह विश्व हिन्दू परिषद उत्तर प्रदेश व उत्तराखंड के क्षेत्रीय कार्यवाहक अध्यक्ष रहे, संघ के जिला प्रचारक व जिला कार्यवाह भी रहे| वह बीजेपी के संगठन मंत्री भी रहे| उन्होंने जनसंघ में भी सेवायें दीं| विधि-स्नातक डॉ. ब्रह्मदत्त अवस्थी भारतीय महाविद्यालय फर्रुखाबाद में प्राचार्य रहे। वह बीते काफी दिनों से बीमार चल रहे थे| 27 अगस्त को उन्हें सांस लेनें में तकलीफ के चलते लखनऊ में उपचार के लिए भर्ती कराया गया था|
डा. लोहिया के चुनाव संयोजक रहे थे स्वर्गीय अवस्थी
डा. राममनोहर लोहिया नें जब फर्रुखाबाद से चुनाव लड़ा था तो  पंडित दीनदयाल उपाध्यायजी के मार्गदर्शन में डॉ.राममनोहर लोहियाजी के चुनाव संयोजक रहे। 
कई पुस्तके लिखीं
स्वर्गीय अवस्थी लिखने और पढने में काफी रूचि रखते थे| ‘राष्‍ट्र-हंता राजनीति’,‘जाग उठो’ व ‘विश्‍व-शक्‍ति भारत’ उनकी अप्रतिम कृतियाँ हैं।