फर्रुखाबाद:(जेएनआई ब्यूरो) बीते दो दिन से खराब मौसम के बाद बारिश का कहर अब किसानों के लिए मुसीबत बनने लगा है। बीती रात हवा के साथ हुई बारिश से गेहूं की फसल खेतों में ही बिछ गई। वहीं, दूसरी ओर आलू की खोदाई और गेहूं की थ्रेसिंग का काम भी रुक गया है। इससे किसानों को नुकसान उठाना पड़ रहा है। मौसम के पूर्वानुमान के अनुसार आगामी चार दिनों तक अभी मौसम साफ होने की उम्मीद नहीं है। जिले में अधिकांश ग्रामीण आबादी खेती-किसानी पर ही निर्भर है। गेहूं और आलू ही रबी की मुख्य फसलें हैं। वर्तमान में खेतों में गेहूं की फसल लगभग तैयार है। लेकिन इससे पहले ही मौसम की मार ने किसानों को बेहाल कर दिया है। दो दिनों से छाए बादल आफत बनकर बरसे। बीती रात जिले भर में बारिश हवा के साथ हुई। इसके चलते खेतों में खड़ी गेहूं की फसल बिछ गई। इससे गेहूं का उत्पादन जहां प्रभावित होगा तो वहीं दाना भी बदरंग हो जाएगा।
वहीं, दूसरी तरफ पहले ही आलू की खराब कीमतों से किसान बेहाल है, तो वहीं अब बारिश से आलू की खोदाई का काम भी रुक गया है। बारिश के चले किसानों को फिलहाल और इंतजार करना होगा। इसके अलावा सरसों की फसल में भी भीगने से नुकसान होने की आशंका है। नमी के चलते थ्रेसिंग काम पूरी तरह बंद हो गया है। एक ओर जहां बारिश और बादल छाए रहने से फसलों को नुकसान हुआ है तो वहीं गर्मी से लोगों को राहत मिली है। बीते दो दिनों में तापमान गिर गया है।
जिलाधिकारी संजय सिंह ने जेएनआई को बताया है कि जितने भी किसानों का गेहूं नष्ट हुआ है उनका लेखपालों के द्वारा सर्वे कराया जाएगा|