दुनिया के सबसे खतरनाक आतंकी संगठन अल कायदा का सरगना ओसामा बिन लादेन आखिरकार मारा गया। अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने ओसामा के मारे जाने की आधिकारिक पुष्टि कर दी है। पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद के समीप अबोटाबाद में एक आलीशान हवेली में छिपे लादेन को सीआईए के ऑपरेशन में मार गिराया गया।
रविवार देर रात को चले इस ऑपरेशन में लादेन के बेटे समेत तीन और लोग भी मारे गए। लादेन इस घर में पिछले साल अगस्त से छुपा हुआ था। 40 मिनट तक चले इस ऑपरेशन में लादेन के परिवार वालों के अलावा उसके मुख्य सहयोगी अल जवाहिरी के मारे जाने की भी खबर है। हालांकि जवाहिरी की मौत की पुष्टि नहीं हुई है। लेकिन इस दौरान आतंकी संगठन तहरीके तालिबान ने एक बयान जारी कर सबको चौंका दिया कि लादेन मारा नहीं गया बल्कि महफूज है।
मिसाइल हमले में मारे गए ओसामा को सिर में गोली लगी थी। उसके छह बेटे और 3 पत्नियां हिरासत में ली गई हैं। अमेरिकी सैनिक शव को अफगानिस्तान के बरगाम एयरबेस ले गए हैं। इस बीच, ‘सीएनएन’ ने खबर दी है कि ओसामा को समुद्र में दफना दिया गया है।
अमेरिकी राष्ट्रपति ने ओसामा के मारे जाने की पुष्टि करते हुए राष्ट्र को संबोधन में इसे अमेरिका के लोगों की जीत बताया है। ओबामा ने अपने भाषण मे कहा कि लादेन की मौत से 9/11 के पीड़ितों को आज इंसाफ मिला है। ओबामा ने कहा, ‘ये ऐतिहासिक दिन है। हमारी लड़ाई इस्लाम के खिलाफ नहीं है। ओसामा को उसके किए की सजा मिल गई है। लादेन पाकिस्तान की मदद से मारा गया है। हमने पाकिस्तानी राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी से बात की है।’
इसके बाद अमेरिका सरकार ने अपने नागरिकों के लिए टेरर अलर्ट जारी किया है। इसमें कहा गया है कि अमेरिकी नागरिक विदेश जाएं तो सतर्क रहें, क्योंकि ओसामा की मौत के बाद वे आतंकियों के निशाने पर हो सकते हैं। सूत्रों के मुताबिक लादेन के मरने के बाद एहतियात के तौर पर दुनियाभर में फैले अमेरिकी दूतावासों की सुरक्षा और कड़ी कर दी गई है।
आतंकवाद का चेहरा बन चुके लादेन की मौत पर वाशिंगटन सहित पूरे अमेरिका में जश्न का माहौल है। वाशिंगटन में ह्वाइट हाउस के बाहर हजारों लोग इकट्ठा होकर खुशी का इजहार कर रहे हैं। ‘सीएनएन’ ने सूत्रों के हवाले से बताया कि अमेरिकी नौसेना भी ओसामा को मारे जाने के लिए चलाए गए ऑपरेशन में शामिल थी।
लादेन के गुट अल कायदा पर 11 सितंबर 2001 को अमेरिका पर हुए सबसे बड़े आतंकवादी हमलों की साजिश करने का आरोप है। इस हमले में तीन हजार से अधिक लोग मारे गए थे। ऐसे में लादेन का मारा जाना अमेरिका की एक बड़ी जीत मानी जाएगी। ओसामा बिन लादेन को पकड़ने के लिए अमेरिकी सेना पिछले 10 साल से अभियान चला रही थी। अफगानिस्तान की तोरा बोरा पहाड़ियों से लेकर पाकिस्तान के उत्तर पश्चिमी कबायली इलाके तक हर जगह अमेरिकी सैनिकों ने लादेन की तलाश की।