फ़र्रुख़ाबाद:(दीपक-शुक्ला) कान्हा के जन्म की खुशियां मनाने के लिए लोग तैयार हैं तो बाजार भी पूरी तरह से सज चुका है। जन्माष्टमी का रंग बाजारों पर छाने लगा है। दुकानों पर लड्डू गोपाल की प्रतिमाएं, पोशाक, मुकुट, बांसुरी से लेकर हिंडोले तक उपलब्ध हैं। लकड़ी, मेटल और चांदी के हिंडोले लोगों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित कर रहे हैं। शहर में मूर्ति विक्रेताओं, किराना से लेकर पूजन सामग्री बेचने वालों के पास ग्राहकों की भीड़ पहुंच रही है।
इसके अलावा नेहरु रोड, रेलवे रोड, चौक समेत शहर के बाजारों में जन्माष्टमी की धूम नजर आने लगी है। 150 रुपये से लेकर 500रुपये तक के हिंडोले बाजार में उपलब्ध हैं। बाजार में हिंडोले ही छाए हैं। चांदी की पॉलिश वाले 6 इंच से 2 फुट ऊंचे हिंडोले मांग में ज्यादा हैं। लडडू गोपाल और राधा कृष्ण की प्रतिमाओं की पोशाक ज्यादा बिक रही हैं।
वृंदावन की पगड़ी और राजकोट का विशेष झूला
नगर के घर-घर में कन्हैया के जन्म के लिए पूरी पोशाक ही नई खरीदी जाती है। वृंदावन की पगड़ी और राजकोट का विशेष झूला बाजार में मिल रहा है। बांसुरी और रेशम का गद्दा, सोफा, तकिया, मोरपंख, मुकुट, मोतियों की माला ग्राहकों को लुभा रही है। 20 रुपये से लेकर 250 रुपये तक पोशाक ज्यादातर दुकानों पर उपलब्ध है। वहीं ड्रेस से लेकर बांसुरी तक का पूरा सेट 100 रुपये से 400 रुपये के बीच है।
पीतल के इलेक्ट्रानिक पंखे की कान्हा खायेंगे हवा
बाजार में इस बार बहुत कुछ नया है| एक तो भगवान कृष्ण के लिये बाजार में पीतल से निर्मित इलेक्ट्रानिक पंखे 200 से लेकर चार सौ रूपये कीमत में बिक्री के लिये तैयार है| जो ग्राहकों को लुभा रहे है| दुकानदारों का कहना है कि इस बार इस पंखे की डिमांड जादा होगी| जो भगवान को ठंडी हवा देगा|
भगवान के लिये चारपाई और बैड
बाजार में जन्माष्टमी पर हर घर में प्रगट हो रहे माखन चोर के लेटने के लिये भी बेहतर व्यवस्था है| चारपाई, बैड भी बिक्री के लिये तैयार है| जिसकी कीमत 250 रूपये से 300 रूपये तक रखी गयी है| वही पोशाक की बात करे तो बाजार में मोतियों की कारीगरी से बनायी गयी पोशाक ग्राहकों को पसंद आ रही है| बाजार सजकर तैयार है| जंहा बिक्री भी शूरू हो गयी है|(प्रमोद द्विवेदी)