फर्रुखाबाद, 02 फरवरी, मुख्यमंत्री महामाया गरीब आर्थिक मदद योजना के अंतर्गत अपात्रों के चयन के मामले में खंड विकास अधिकारी व ग्रामपंचायत अधिकारी जांच के घेरे में आ गये हैं। बुधवार को विकास खंड कायमगंज के ग्राम ब्राहीमपुर जागीर में सत्यापन के दौरान ग्रामीणों ने शिकायतें शुरू कीं तो मामला सामने आ गया। अल्पसंख्यक कल्याण निदेशक शहाबुद्दीन ने गांव में मिले आठ अपात्रों के विषय में खंड विकास अधिकारी व संबंधित ग्राम पंचायत अधिकारी को गुरुवार को अभिलेखों सहित तलब कर लिया है।
श्री शहाबुददीन ने बुधवार को यहां पहुंच कर निरीक्षण भवन में पहले महामाया आर्थिक मदद योजना,ज्योतिबा फुल्ले गरीब बालिका शिक्षा मदद योजना और महामाया गरीब बालिका आशीर्वाद योजना के संबंध मे अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। बैठक के उपरांत उन्होंने विकास खंड कायमगंज के अंबेडकर ग्राम मेदपुर और ब्राहीमपुर जागीर का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान गांव में इन योजनाओं के लाभार्थियों का सत्यापन किया। सावित्री बाई फुल्ले योजना के अंतर्गत छात्राओं को मिलीं साइकिलें भी उन्होंने मंगाकर देखीं। उन्होंने दौरे में साथ रहे मुख्यविकास अधिकारी सीपी त्रिपाठी को निर्देश दिये कि यदि मुख्यमंत्री के भ्रमण के दौरान गड़बड़ी या विकास कार्य अधूरे मिले तो कड़ी कार्रवाई होना तय है। विनीता, राधा, पूजा व वंदना आदि छात्राओं से उन्होंने 15 हजार रुपये के चेक मिलने की पुष्टि की।
ग्राम ब्राहीमपुर जागीर में महामाया आर्थिक मदद योजना के आठ लाभार्थियों को अपात्र घोषित कर दिये जाने के मामले में श्री शहाबुददीन ने पूछा कि पहले इनका चयन किस आधार पर हुआ था और बाद में किस आधार पर अपात्र घोषित किया गया। उन्होंने इस संबंध में जिम्मेदारी निर्धारित करते हुए अभिलेख तलब कर लिये हैं। खंड विकास अधिकारी आरएस गौतम व ग्रामपंचायत विकास अधिकारी प्रेमचंद्र को गुरुवार को तलब किया गया है।
प्रशासनिक सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार अल्पसंख्यक कल्याण निदेशक शाहाबुदीन गुरूवार को विकास खंड कमालगंज के अम्बेडकर ग्राम बहोरन टप्पा हवेली व् महमदपुर अमलैहैया का निरीक्षण करेंगे|