फर्रुखाबाद: मोटी कमाई होने पर आवास विकास चौकी इंचार्ज इन्द्रपाल सिंह ने पूरी घटना ही उलट दी है| यदि सीधे शब्दों में यह कहें तो पुलिस ने हमलावरों से मोटी रकम बसूलकर पीड़ित रवीश को हवालात में डाल दिया है|
पुलिस ने जांच के बहाने सभी लोगों को कोतवाली बुलाया और जो भी कोतवाली पहुँच गया उसे हवालात में बंद कर दिया गया| पुलिस ने रवीश कुमार उनके भाई अतीश व अतीश के बेटे सीरज तथा दूसरे पक्ष के बंगाले, सुभाष व नरेश को शांतिभंग करने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया|
पुलिस ने इसी मामले में बिर्राबाग निवासी मेघनाथ के पुत्र लाल सिंह व लालाराम तथा राजकुमार परमार को भी गिरफ्तार कर लिया है| मेघनाथ ने रूपापुर चीनी मिल के तौल लिपिक राजकुमार ने साझे में रवीश से जमीन खरीदी थी| रवीश की रेलवे रोड लाला करोड़ीमल के निकट बिजली के सामान बेंचने की दुकान है|
रवीश के परिजनों ने आरोप लगाया कि पुलिस ने विरोधियों से ५० हजार रुपये लेकर झूंठा बंद कर दिया है| यदि माना जाए कि रवीश ने रुपये लूटने की झूंठी शिकायत की है तो पुलिस को उनके साथ मारपीट व मकान में की गई तोड़फोड़ की रिपोर्ट दर्ज कर हमलावरों को गिरफ्तार करना चाहिए था|