जोंक से ठीक होंगे मुहांसे और दूर होगा गंजापन

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बीएचयू आयुर्वेद विभाग के चिकित्सकों ने चेहरे की खूबसूरती बिगाड़ने वाले मुहासों के इलाज के लिए जोंक का इस्तेमाल किया है और इसके शुरूआती परिणाम उत्साहजनक हैं| आने वाले दिनों में देश में ही जोंक की बदौलत गंजे सर पर बाल उगेंगे और मुहांसे ठीक होंगे.

जोंक से मुहासे का इलाज कर रहे चिकित्सा विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डा. ओ पी सिंह ने बताया कि इलाज के अंतर्गत रोगी को कुछ रक्तशोधक दवाएं देने के साथ प्रभावित स्थान पर जोंक लगाया जाता है .एक हफ्ते में एक से दो जोंक लगाये जाते है और एक माह के भीतर ही रोगी को काफी राहत मिल जाती है .

दरअसल जोंक प्रभावित स्थान से गंदा खून चूस लेता है . इससे प्रभावित स्थान की नलिकाएं खुल जाती है रक्त का प्रवाह तेज हो जाता है . इसके अलावा जोक क लार में सूजन कम करने वाले बायो एक्टिव सब्स्टेंस होते है जो मुंहासे ठीक करने में सहायक होते है .

डा. सिंह ने बताया कि आयुवेंद में मुख दूषिका और मुहांसे नाम से प्रचलित मुहासे प्राय: किशोरावस्था से 25 वर्ष तक के युवाओं में देखने को मिलते है . खान-पान में अनियमितता इस बीमारी की मुख्य वजह होती है . इसके कारण सिबेसियस ग्लैंड में संक्र मण हो जाता है जो मुहांसे में तब्दील हो जाता है . मुंहासे गालों के अलावा गर्दन छाती व पीठ पर भी हो सकते है .

उन्होंने बताया कि इस विधि से 20-25 मरीजों का इलाज किया जा चुका है और इसके अच्छे परिणाम सामने आये हैं . देखा गया कि एक सप्ताह में ही 50 फीसदी मुंहासे समाप्त हो गये .इतनी असरकारक दवा एलोपैथिक में भी नहीं है .इस विधि से गंजापन गठिया फीलपांव सोरायासिस व एक्जिमा का भी इलाज संभव है