हत्याकांड में आरोपी स्कूल प्रबंधक और उसके बेटे की ज़मानत याचिका पर सोमवार को सुनवाई होनी थी. मामले की सुनवाई अब मंगलवार को होगी.
इस मामले में पुलिस का शिकार हुआ मुन्ना आज जेल से रिहा होगा.
सीबीसीआईडी ने अपनी रिपोर्ट में स्कूल प्रबंधक के बेटे पीयूष और मुकेश को दोषी बताया है. घटनास्थल पर मिले सैंपल का डीएनए स्कूल प्रबंधक और उसके बेटे के डीएनए से मैच किया है. सीबीसीआईडी ने पीयूष के खिलाफ धारा 302 और 377 के तहत मामला दर्ज कराया है. इसके साथ ही धारा 376 और 511 बढ़ाने की अर्ज़ी भी लगाई है.
कानपुर के रावतपुर गांव के बारतीय ज्ञानस्थली स्कूल में छठी कक्षा की एक छात्रा के साथ स्कूल में ही बलात्कार हुआ था. छात्रा का नाम दिव्या था और उसकी उम्र 11 वर्ष थी. रेप के बाद आरोपियों ने दिव्या को उसके घर के पास ही छोड़ दिया था. बाद में एक पड़ोसी युवक मुन्ना ने इस लड़की को अस्पताल पहुंचाया था जहां उसकी मौत हो गई.
पुलिस ने स्कूल प्रबंधक और उसके बेटे को बचाने के लिए मुन्ना को ही आरोपी बना दिया. उधर दिव्या के घरवालों ने दलील दी कि मुन्ना निर्दोष है.
दिव्या के साथ बलात्कार की पुष्टि 28 सितंबर को हुई जिसके बाद स्थानीय लोग इंसाफ मांगने के लिए सड़क पर उतर आए. लोगों के कड़े विरोध के बाद राज्य सरकार ने पूरे मामले की जांच के लिए सीबीसीआईडी को आदेश दिया था. ये सीबीसीआईडी की जांच का ही नतीजा है कि असली गुनहगार पकड़ में आए हैं.