फर्रुखाबाद:(राजेपुर) प्रदेश सरकार चाहे स्वास्थ्य व्यवस्था को चुस्त दुरुस्त करने के कितने भी प्रयास करे लेकिन सब जमीन पर है| सरकारी अस्पतालों की हालत बत्तर होती जा रही है| हालात यह है कि सरकारी अस्पतालों में जल्दी गरीब से गरीब प्रसब कराने को तैयार नही होता| क्योंकि अब आम जनता को भी सरकार व सरकार की चल रही कागजी योजनाओ का पता चल गया है| यही हालात वर्तमान में अन्य अस्पतालों से बिल्कुल भी भिन्न नही है| नवजात बच्चो को प्रसब के बाद बैड तक नसीब नही होता है|
बुधवार को अस्पताल के हालात देखने लायक थे और देखने लायक थी सरकार के द्वारा महिलाओ के चलाई जा रही सुबिधाओ का भद्दा मजाक| आस्पताल में भर्ती प्रसूता संगीता पत्नी राजीव ने बताया कि उसका प्रसब अस्पताल में हुआ| जिसके बाद उसे जमीन पर लिटा दिया गया| अनपढ होने के कारण वह तो कुछ नही बोली लेकिन उसकी तस्वीर ने सरकार की स्वास्थ्य सेवा पर हमला करने का मौका दे दिया|
अस्पताल की बदहाली का आलम यह है कि प्रसुताओ की अनदेखी करना आम बात है|
अस्पताल में भर्ती संतोष पत्नी अर्जुन निवासी कुबेरपुर,रूबी पत्नी पन्नेलाल निवासी राजेपुर प्रसब के दौरान उन्हें बैड पर चादर तक नसीब नही हुई| इस सम्बन्ध में अस्पताल के चिकत्सक डॉ० ओमप्रकाश ने कुछ भी बोलने से इंकार कर दिया| सीएमओ डॉ० राकेश कुमार ने बताया कि अस्पताल का जल्द निरीक्षण कर कार्यवाही की जायेगी|