फर्रुखाबाद: जिस पुलिस को जनता की सेवा व उसकी मदद के लिये सरकार ने नियुक्त किया है| एक तो वह अपना काम कितनी सक्रियता से कर रही है यह किसी से छुपा नही| और जनता की मदद करने के जगह उसकी खून पसीने की कमाई को ही जब खाकी अपनी बुरी नजर गडा दे तो फिर कौन पुलिस पर भरोसा करेगा| यही कुछ उस दिन कमालगंज थाने के सिपाही ने कर दिया जिस दिन पूरा देश तिरंगे को देश भक्ति से सलाम कर रहा था| सिपाही ने मार्ग दुर्घटना में घायल की मदद के बदले उसकी जेब से दो लाख रुपये व जेबर गायब कर दिये| घटना का खुलासा घायल की मौत हो जाने के बाद उसके भाई ने किया है| परिजन इस सम्बन्ध में पुलिस अधीक्षक से शिकायत करने की तैयारी में है|
बीते 15 अगस्त को दिल्ली से अपनी बाइक से घर आ रहे 50 वर्षीय यतेन्द्र तोमर पुत्र सुदामा निवासी विरियाहार तालग्राम थाना कमालगंज के भोजपुर के निकट मार्ग दुर्घटना में घायल हो गये थे| तभी किसी ने फोन कर पुलिस को सूचना दी| जिस पर मेडिकल कालेज चौकी का सिपाही सचिन यादव ने घायल को लोहिया अस्पताल पंहुचाया| लेकिन हालत गम्भीर होने पर उसे रिफर कर दिया गया| बीते शुक्रवार की रात यतेन्द्र की कानपुर के एक निजी अस्पताल में मौत हो गयी| उसका शव शनिवार को लोहिया अस्पताल लाया गया| मृतक के भाई ने आरोप लगाया कि सिपाही सचिन यादव ने उसके भाई कि जेब से दो लाख रुपये व गले की दो सोने की चैन गायब कर दी|
जब सिपाही से रुपये वापस मांगे गये तो पहले तो उसने मना कर दिया और जब जादा दबाब बनाया तो सिपाही ने दो हिस्सों में 18 हजार रुपये यह कहकर वापस कर दिये कि बस इतने रुपये ही है| और अब नही मिलेगे| चाहे किसी भी अधिकारी के पास चले जाओ| मेरा कुछ नही हो सकता| मृतक के परिजनों ने पुलिस अधीक्षक से शिकायत करने की तैयारी कर ली है|