फर्रुखाबाद:(कमालगंज) थाना क्षेत्र के ग्राम संतोषपुर में तब खुशिंया मातम में बदल गयी जब पता चला की रिंकी के ससुर व एक अन्य की मौत हो गयी है| बारती तो शवो के पास पंहुच गये लेकिन इधर मायके में पिया के घर जाने की आस लगाये बैठी रिंकी के हादसे के बाद से आँखों में ही सूख गये| वह गुमसुम से एक कोने में बैठी अपने भाग्य को कोसने के आलावा कुछ नही कर पा रही है|
बीती शुक्रवार की रात रिंकी की बारात तकरीबन दस बजे उसके दरवाजे पर आयी तो सभी ने ख़ुशी ख़ुशी बारात का स्वागत किया| द्वारचार हुआ| संगीत बजा| इसके बाद जयमाला का कार्यक्रम भी देर रात तक चला| कभी किसी ने सपने में भी नही सोचा होगा की कुछ देर बाद क्या कहर रिंकी के ऊपर टूटने वाला है| जयमाला के बाद फेरे भी बिधि विधान से हो गये| इसी बीच दूल्हा लोकेश के पिता कमलेश यादव पर किसी ने रंग डाल दिया| जिससे वह कपड़े बदलने सुबह तीन बजे चले गये| उधर कलेबा की रस्म की तैयारी शुरू हो गयी|
रिंकी ससुराल जाने को लेकर अपनी तैयारी कर रही थी| की तभी अचानक आये एक फोन ने कोहराम मचा दिया| पता चला की दुल्हे के पिता कमलेश व चालक की मऊदरवाजा थाना क्षेत्र के इटावा-बरेली हाईवे पर मार्ग दुर्घटना में मौत हो गयी है| देखते ही देखते भगदड मच गयी| दूल्हा व अन्य बाराती घटना स्थल पर पंहुचे| तो वही रिंकी का रोरो कर बुरा हाल हो गया| बारात में मिला सामान भी जैसे का तैसा पडा रहा| रिंकी के अब आँखों में आंसू तक नही बचे| रिंकी गुमसुम अकेले बैठी रही| रिंकी की माँ उमादेवी की मौत भी दस वर्ष पूर्व हुई थी| तब उसने जिन्दगी से लड़ने का फैसला किया था| अपने छोटे भाई-बहन को पिता की देखरेख में पाला| आज जब उसे ख़ुशी मिलने वाली थी तो उसके जीबन में एक बार फिर मातम छा गया|