लखनऊ:प्रदेश के मॉडल स्कूलों में 2051 शिक्षकों की भर्ती रोक दी गई है। मॉडल स्कूलों के लिए केंद्र से सहायता बंद हो जाने के कारण प्रदेश सरकार अब इन स्कूलों के संचालन के नए मानक तय करेगी। शिक्षक भर्ती और परीक्षा पैटर्न के साथ शिक्षकों की भर्ती के मानक भी नए सिरे से तय किए जाएंगे। यही वजह है कि सरकार ने तब तक के लिए भर्तियां रोक दी हैं।
इन स्कूलों के लिए 75 प्रतिशत केंद्र और सिर्फ 25 प्रतिशत राज्य सरकार को खर्च करना था, लेकिन पिछले दिनों केंद्र और राज्यों के साथ बैठक में केंद्र सरकार ने इस योजना में केंद्रीय सहायता देने से इनकार कर दिया। केंद्र सरकार ने कहा है कि राज्य सरकारें अपने खर्चे से मॉडल स्कूलों का संचालन करें। अब पूरा खर्च प्रदेश सरकार को ही करना होगा। इसको लेकर प्रदेश सरकार फिर से मानक तैयार करने पर विचार कर रही है।
मुख्य सचिव की अध्यक्षता में इसके लिए बैठक होनी थी जो स्थगित हो गई। अधिकारी अब यह मंथन कर रहे हैं कि केंद्रीय विद्यालय की तर्ज पर और सीबीएसई बोर्ड से स्कूल खोले जाएंगे तो खर्च बहुत होगा। ऐसे में फिर से नए मानक तैयार करने पर मंथन किया जा रहा है।
प्रमुख सचिव माध्यमिक शिक्षा जितेंद्र कुमार ने बताया की स्कूलों का संचालन राज्य सरकार अपने स्तर से करेगी। जल्दी ही नए मानक तय कर लिए जाएंगे। तब तक फिलहाल शिक्षकों की भर्ती रोक दी गई है। ,