फर्रुखाबाद: बीमारी व आर्थिक तंगी से परेशान चल रहे चक्की मिस्त्री ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर दी| परिजनों को जब घटना की जानकारी हुई तो कोहराम मच गया| परिजनों ने सूचना पुलिस को दी| लेकिन तीन घंटे के बाद पुलिस मौेके पर पंहुची तब तक लाश फांसी पर ही झूलती रही|
शहर कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला कादरीगेट के निकट 52 वर्षीय रामचन्द्र जाटव ने अपने भाई के सुने पड़े घर में फांसी लगा ली| मृतक के बेटे राजीव व संजीब ने बताया कि रामचन्द्र ने सुबह ठीक से खाना खाया और घर के बाहर चारपाई पर बैठ गए| दोपहर को उनकी माँ शांति देवी लोहिया अस्पताल दवाई लेने के लिए चली गयी| दोनों पुत्र भी काम पर चले गए| उसी समय रामचन्द्र ने अपनी पत्नी कि साडी से पड़ोस में सुने पड़े अपने छोटे भाई छून्ना के घर में चारपाई पर खड़े होकर छत के कुंडे में फांसी लगा ली|
तकरीबन दो बजे उसका नाती अंकुर पुत्र राजीव खेलता हुआ छून्ना कि छत पर पंहुच गया| उसने अपने बाबा को फांसी पर लटका हुआ देखा| तो परिजनों को सूचना दी| जिसके बाद उनके सभी परिजन मौके पर पंहुच गए| पुलिस को भी घटना के संबंध में बताया गया| जिसके बाद कादरी गेट चौकी का एक सिपाही ही मौके पर गया और दो घंटे तक लौट कर नही आया| तो अपर पुलिस अधीक्षक राम भुवन चौरसिया को घटना कि जानकारी दी गयी| उनके आदेश पर कोतवाली के दरोगा मुकेश, कादरी गेट चौकी प्रभारी राजेश मौके पर पंहुचे और शव को नीचे उतारा|
मृतक कि पत्नी शांति देवी ने बताया कि उसके पति काफी दिनों से बीमार चल रहे थे| उनका भी चल रहा था| जिससे वह परेशान रहते थे| उन्हें रातो में नीद भी नही आती थी| वह अपने भाई के साथ चक्की पर काम करते थे|