लखनऊ। उत्तर प्रदेश के हिस्ट्रीशीटर और इनामी बदमाशों की कुंडली जल्द ही ऑनलाइन होने वाली है। सूबे के सभी पुलिस थानों में ऐसी व्यवस्था होने जा रही है। ताकि एक क्लिक करते ही कंप्यूटर पर सारे अपराधियों का पूरा ब्यौरा चंद मिनटों में मिल सके। इस नई व्यवस्था से अब थानेदारों या वरिष्ठ अधिकारियों को दूसरे जिले में अपराध करने वालों के बारे में जानकारी लेने के लिए संबंधित पुलिस अधिकारियों से फोन पर बात करने की भी जरूरत नहीं पड़ेगी।
वह अपने थाने या कार्यालय में बैठकर ही किसी के बारे में पूरा रिकार्ड खंगाल सकेंगे। नए साल से सूबे के सभी थानों में ऑनलाइन एफआइआर और संबंधित अपराधियों का ब्यौरा दर्ज होगा।एडीजी पीएचक्यू सूर्य कुमार शुक्ला ने आज इलाहाबाद में बताया कि प्रदेश के करीब 57 जनपदों में कंप्यूटर से एफआइआर दर्ज होने की प्रक्रिया में हैं। बाकी जिलों में भी जल्द ही ऑनलाइन रिपोर्ट दर्ज होगी। उन्होंने बताया कि बिजली की समस्या को देखते सभी पुलिस थानों को एक-एक जनरेटर उपलब्ध कराया गया है।
जनरेटरों को सुरक्षित रखने के लिए एक-एक लाख रुपये दिए गए हैं। कंप्यूटर से रिपोर्ट के लिए 36 हजार पुलिस कर्मियों को प्रशिक्षित किया जा चुका है। एडीजी ने यह भी कहा है कि जिन जिलों में ऑनलाइन एफआइआर नहीं लिखी जाएगी, वहां थाना प्रभारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।