नई दिल्ली: लापरवाह और कामचोर कर्मचारियों की अब खैर नहीं है। मोदी सरकार ने केंद्रीय कर्मचारियों के लिए बायॉमीट्रिक अटेंडेंस सिस्टम लॉन्च किया है। attendance.gov.in की मदद से सरकार अपने कर्मचारियों की उपस्थिति के साथ-साथ उनके कामकाज पर भी नजर रख सकेगी। इस अटेंडेंस सिस्टम को कर्मचारियों के आधार कार्ड से जोड़ा गया है।
इस सिस्टम के तहत हर संस्थान को खुद को वेबसाइट पर रजिस्टर करना होता है। बैक-ऐंड एडमिनिस्ट्रेशन इससे जुड़े सभी डीटेल्स की जांच करता है। इसके बाद संगठन के लिए एक यूनीक डोमेन लागू करता है और वही वेबसाइट का पहला नाम होता है।
बायॉमीट्रिक सिस्टम के तहत रजिस्ट्रेशन के लिए कर्मचारियों का आधार नंबर जरूरी है। कर्मचारियों की अटेंडेंस आईडी उनके आधार नंबर से जेनरेट होगी। उनकी अटेंडेंस आईडी आधार नंबर के शुरुआती या आखिर के 6 डिजिट से जेनरेट होगी। अटेंडेंस आईडी UIDAI के वेरिफिकेशन के बाद ही ऐक्टिव होगी और इसे नोडल ऑफिसर ऐक्टिवेट करेंगे।
सबसे पहले कर्मचारियों को पहले अपना 6 अंकों वाला आईडी नंबर डालना होगा। इसके बाद सिस्टम कर्मचारियों के फिंगर प्रिंट का वेरिफिकेशन करेगा। ये बायॉमीट्रिक टर्मिनल केंद्र सरकार के कई दफ्तरों में लगाए गए हैं। कर्मचारी किसी भी बायॉमीट्रिक टर्मिनल में अपना अटेंडेंस मार्क कर सकते हैं।
अटेंडेंस के लिए नेटवर्क कनेक्टिविटी का होना बेहद जरूरी है। सरकार की योजना है कि हर अटेंडेंस टर्मिनल को 2 तरह के कनेक्टिविटी से जोड़ा जाए। वाई-फाई के तहत NICNET/ब्रॉडबैंड और सिम बेस्ड जीएसएम कनेक्टिविटी, जो टैबलेट्स से जुड़ा होगा।
यह अटेंडेंस प्रणाली काफी मददगार साबित होगी। इस सिस्टम के जरिए रजिस्टर्ड संस्थाओं और कर्मचारियों की सही संख्या का पता लगाया जा सकता है। इसके अलावा यह सिस्टम ऑफिस अटेंड करने वालों की संख्या जानने के लिए एक डाइनैमिक इंटरफेस देगा।