फर्रुखाबाद: लोहिया अस्पताल सहित जिले में कुल 43 सरकारी अस्पताल व स्वस्थ्य केद्र हैं| लेकिन डॉक्टरों की कमी की वजह से ज्यादातर अस्पताल बंद पड़े हैं| इन सरकारी अस्पतालों में गरीबों को इलाज तक नसीब नहीं हो पा रहा है| जिले के 19 प्राथमिक स्वस्थ्य केन्द्रों सहित 25 अस्पतालों का तो पिछले लम्बे समय से ताला तक नहीं खुला है| करोड़ों की लगत से बनकर तैयार हुए इन अस्पतालों से मरीजों को कोई लाभ नहीं है| कई अस्पताल तो बस नाम के लिए संचालित हैं| यहाँ डॉक्टरों के तो शायद ही कभी दर्शन होते हैं|
मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय के अंतर्गत संचालित विभागों व अस्पतालों में 127 एमबीबीएस, 3 बीडीएस व 6 बीएएमएस डॉक्टरों के पद हैं| जिसके सापेक्ष 36 एमबीबीएस, 1 बीडीएस, 2 बीएएमएस डॉक्टरों की ही जिले में नियुक्ति है| लेबल-4 और 3 के पदों को यदि अलग कर दिया जाये तो अस्पतालों में काम करने वाले डॉक्टरों की संख्या 25 ही बचती है| जिनमें से लगभग एक चौथाई डॉक्टर गैरहाजिर रहते हैं| शेष बचे डॉक्टर दो समुदायिक स्वस्थ्य केन्द्रों को संचालित करने के लिए भी पर्याप्त नहीं हैं| ऐसे में सरकारी अस्पतालों के भरोसे गरीबों को बेहतर इलाज मिल पाना कहाँ तक संभव है? लोहिया जिला अस्पताल का हाल भी कुछ ऐसा ही है| लोहिया पुरुष अस्पताल में विशेषज्ञ डॉक्टरों के 29 पद है| जबकि कुल 16 डॉक्टर ही कार्यरत हैं| लोहिया महिला अस्पताल में 11 पद हैं, जहाँ 7 डॉक्टरों की तैनाती है| डॉक्टरों की कमी की मार न केवल ग्रामीणों को भुगतनी पड़ रही है बल्कि जेलों के बंदियों को भी इस समस्या से आये दिन दो चार होना पड़ रहा है| जिला जेल में तो ले देकर एक डॉक्टर की तैनाती है लेकिन सेंट्रल जेल में एक भी डॉक्टर नहीं है| देख जाये तो सबसे उम्रदराज बंदियों की संख्या सेंट्रल जेल में ही है| समय पर इलाज नहीं मिल पाने के कारण ही कई बंदी जेल में दम तोड़ देते हैं|
सीएमओ डॉ राकेश कुमार ने बताया कि काफी समय से शासन की ओर से नियुक्ति नहीं होने से डॉक्टरों के 91 पद खाली है| डॉक्टरों की कमी के सम्बन्ध में साशन को समय समय पर सूचित किया गया है| जिले के निरीक्षण पर आ रहे स्वास्थ्य सचिव को भी इस बारे में बताया जायेगा|
जिले के बंद पड़े प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र:- डॉक्टरों की कमी के चलते जिले के 19 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पिछले लम्बे समय से बंद पड़े हैं| जीने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र रोशनाबाद, ताजपुर, रायपुर खास, पसियापुर, कुआंखेडा, दरौरा, गदनपुर तुर्रा, पिथनापुर, सबलपुर, अमृतपुर, सरह, अचरा खलवारा, आचरिया वकारपुर, खिमसेपुर, पखना, जरारी, देवसनी, धीरपुर, सिरोली आदि शामिल हैं| इनके अतरिक्त पुलिस अस्पताल फतेहगढ़, शहीद कमांडर कौशलेन्द्र सिंह राठौर अस्पताल फतेहगढ़, महिला अस्पताल कायमगंज, महिला अस्पताल लिंजीगंज, प्रसवोत्तर केंद्र कायमगंज व शमशाबाद के भी ताले नहीं खुल पा रहे हैं|
बंद विभाग:- क्षय रोग विभाग, नगर पालिका, कुष्ठ रोग, नगरिय परिवार कल्याण केंद्र उत्तर व दक्षिण आदि|