जेल में समर्थन का जादू चलकर बाहर निकले केजरीवाल

Uncategorized

Arvindडेस्क: व्यक्तिगत मुचलका भरकर अरविंद केजरीवाल मंगलवार शाम आठ बजे तिहाड़ जेल से बाहर आ गए। ताज्जुब की बात यह है कि वह जेल जाते-जाते जेल प्रशासन को भी सुझाव दे गए। इस दौरान उन्होंने जो पहला सुझाव दिया वह ये कि जाते-जाते केजरीवाल ने तिहाड़ प्रशासन को सुझाव दिया कि कैदी और परिजनों की मुलाकात खिड़की से नहीं, बल्कि कमरे में होनी चाहिए। कुल मिलकर जेल में उन्होंने खूब समर्थक तैयार कर लिए|

यहां खाना अच्छा मिलता है
आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को तिहाड़ जेल का खाना बहुत पसंद आया। शायद इसीलिए मंगलवार शाम आठ बजे ही जेल से रिहाई होने के बावजूद वह जेल का खाना खाना नहीं भूले। सूत्रों की मानें तो केजरीवाल को जेल में बनी रोटी, दाल व खिचड़ी पसंद आ रही है। उनको तिहाड़ निर्मित बिस्कुट व नमकीन भी अच्छे लगे हैं।

शायद इसीलिए वह मंलगवार को जेल में रात का खाना खाकर जेल से निकले। प्रमुख बात यह है कि जेल से जाते वक्त कैदियों की राय जानने वाली पुस्तिका में उन्होंने लिखा कि यहां खाना अच्छा मिलाता है।


यहां स्वास्थ्य सुविधाएं भी ठीक हैं

जेल प्रशासन को दिए गए सुझाव में केजरीवाल ने तिहाड़ जेल की स्वास्‍थ्य सुविधाओं की भी तारीफ की है। सूत्रों के अनुसार, शुगर की वजह से केजरीवाल जेल में परेशान थे, लेकिन अब वो काफी हद तक स्वस्थ हैं।

खान-पान में परहेज करने पर भी उनका काफी ध्यान रहा। बताया जाता है कि जेल में वे योगा करते थे। हालांकि इसके बावजूद जब वह जेल से जाने लगे तो उन्होंने सुझाव पुस्तिका में लिखा की यहां स्वास्‍थ्य सुविधाएं भी ठी हैं।

अच्छे हैं जेल संख्या चार के अधीक्षक
अरविंद केजरीवाल ने जेल से निकलते वक्त जेल संख्या चार के अधीक्षक की तारीफ की। दरअसल, जेल से निकलते वक्त कैदियों से एक पुस्तिका भरवाई जाती है जिसमें जेल में रहने के दौरान हुई दिक्कतों और सुझावों के बारे में जानकारी ली जाती है। जेल सूत्रों के मुताबिक, केजरीवाल ने उस पर लिखा है कि उन्होंने जेल संख्या चार के अधीक्षक और दूसरे कर्मचारियों की भी तारीफ की

कैदियों को ऐसा सुझाव कि बना दिया समर्थक
केजरीवाल के जेल में दिए गए सुझावों का आलम यह रहा‌ कि अनेक कैदी केजरीवाल के समर्थक बन गए हैं। वे केजरीवाल के विचार व व्यवहार से भी काफी प्रभावित हुए। ऐसा माना जा रहा है कि धरना-प्रदर्शन में कई कैदी तिहाड़ जेल से भी उनका समर्थन कर सकते हैं। इसी बीच सात दिन के बाद मंगलवार को निजी बांड भरकर केजरीवाल जेल से बाहर आ गए।
[bannergarden id=”8″] [bannergarden id=”11″]