फर्रुखाबाद : कभी कभी शासन व प्रशासन की कार्य प्रणाली पर शक होता है जब पता चलता है गोलमाल कहा से चल रहा है | दरअसल पिछले पांच सालो से अधिक समय से कोटेदार लोगो को लाखो रुपये का चुना लगा रहा है | बाजारों में जनता की जेब दुकानदार जम कर काट रहा है | मजे की बात यह है माप तौल पर निगरानी रखने के लिए जिस विभाग को रखा गया है | वह खुद ही अपनी वाट तथा माप ठीक नही कर पा रहा है | विभाग के पास मात्र एक संदेश वाहक है जो लिपिक तथा अन्य पदों के काम खुद करता है | हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी विभाग को बसूली के लिए 16 लाख का टारगेट दिया गया है | लेकिन वसूली चतुर्थश्रेणी कर्मचारी के सर पर है | विभाग में कुल सात पद है जिसमे से अधिकतर खाली है | और इस का फायदा उठा कर जनपद के दुकानदार मजे से घटतौली कर रहे है |
फतेहगढ़ क्षेत्र के नेकपुर चौरासी स्थित रेलवे गुमटी के निकट एक किराये के मकान में बीते कई वर्षो से चल रहा वाट माप विभाग में वरिष्ठ निरीक्षक, निरीक्षक ,वरिष्ठ लिपिक ,कनिष्ठ लिपिक ;लेव सहायक, सन्देश वाहक और चौकीदार को मिला कर सात पद है | लेकिन वर्तमान में वरिष्ठ निरीक्षक एमवी शर्मा को कन्नौज से फर्रुखाबाद संबद्द कर दिया गया है | वह इसके अलाबा छिवरामऊ से साथ तीन जगह का काम देख रहे है | निरीक्षक के पद पर अजय कुमार की तैनाती है | संदेश वाहक के पद पर ग्रीश बाबू की नियुक्ति है | अन्य पद पूरी तरह खाली पड़े है |
सभी लिपिकों के पद खाली होने से कार्यालय का सारा काम संदेश वाहक ग्रीश बाबू ही देख रहा है | विभाग के पास कोई सरकारी वाहन नही है |इस बर्ष विभाग को 16 लाख बसूली का टारगेट दिया गया है | कुल मिलकर विभाग का सारा लेखाजोखा चतुर्थश्रेणी कर्मचारी के हाथ में दे रखा है |
वाट तथा माप विभाग के आकड़ो के अनुसार जनपद में मात्र 12000 हजार दुकाने उनके पास दर्ज है | जिनपर विभिन्य समय पर वाटो की चेकिन व जुर्माना काटा जाता है | वर्ष 2013 में विभाग ने मात्र 192 दुकानों से जुर्मना वसूला |
मजे की बात यह है की पिछले पांच सालो में विभाग से 2000 रुपये से लेकर 4000 रुपये से अधिक का जुर्मना दुकानदारो से नही बसूला | जब की वाट तौल विभाग में 2000 रुपये से लेकर 1 लाख पचास हजार रुपये तक के जुर्माने का प्रावधान है |
पुरे विभाग में इस कमजोरी का पूरा फायदा उठाया जा रहा है और दुकानदारो से माप तौल के नाम पर लाखो की बसूली की जा रही है |
विभाग में प्रतिवर्ष दुकानदारो के वांट का नवीनीकरण करने का भी कानून है | जिसमे इलेक्ट्रानिक कांटे वालो को एक साल ,सादा तराजू बाले का एक साल का रजिस्ट्रेशन होता है | केवल पैकिंग की तौल वाले दुकानदारो को पांच साल के लिए नवीनीकरण किया जाता है |
इस सम्बन्ध में वाट तथा माप निरीक्षक अजय कुमार से जेएनआई ने बात करने का प्रयास किया लेकिन फोन बंद था |