भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी को लेकर पूरे देश में लग रहे ‘हर-हर मोदी’ नारे पर ज्योतिष्पीठाधीश्वर, जगद्गुरु शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती ने एतराज जताया है। इसके बाद बीजेपी ने बैकफुट पर आकर सफाई दी तो नरेंद्र मोदी ने समर्थकों से अपील की है कि आगे से वे इस नारे का इस्तेमाल न करें।
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शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती ने कहा कि हर-हर महादेव की तरह हर-हर मोदी का नारा दिया जाना सनातन परंपरा के खिलाफ है। महादेव भगवान हैं और मोदी इंसान। इस तरह इंसान को भगवान के बराबर प्रचारित किया जा रहा है। यह किसी भी सूरत में स्वीकार्य नहीं है। सरस्वती ने आगे कहा कि वह मोदी के विरोधी नहीं है, बल्कि मोदी तो उनके आश्रम में भी आ चुके हैं, मगर जो नारा दिया जा रहा है, वह हिंदू मान्यता व आस्था के खिलाफ है।
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शंकराचार्य से जुड़े लोगों का कहना है कि स्वामी स्वरूपानंद ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत को भी अपनी इस भावना से अवगत करा दिया है। शंकराचार्य की आपत्ति के बाद बीजेपी का कहना है कि हर-हर मोदी का नारा बीजेपी ने नहीं दिया है बल्कि ये नारा वाराणसी की जनता ने दिया है। इसपर विवाद खड़ा करना उचित नहीं। पार्टी प्रवक्ता निर्मला सीतारमन ने ट्वीट किया कि ‘हर हर मोदी’ बीजेपी का नारा नहीं है। बीजेपी का नारा है ‘अबकी बार मोदी सरकार’। वहीं खुद नरेंद्र मोदी ने भी ट्वीट कर कहा है कि समर्थकों के उत्साह का वे सम्मान करते हैं लेकिन अब वे हर हर मोदी के नारे का इस्तेमाल न करें।