नई दिल्ली: भ्रष्टाचार के खिलाफ आम आदमी पार्टी [आप] सरकार की मुहिम रंग ला रही है। दो दिन पहले आप ने भ्रष्टाचार के खिलाफ लोगों से स्टिंग करने के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किया था। नंबर जारी होते ही जहां शिकायतों का अंबार लग गया वहीं शुक्रवार को भ्रष्टाचार में लिप्त अपराधियों को पकड़ने में पहली सफलता मिली।
दिल्ली में रजिस्ट्रार को-आपरेटिव सोसायटी का एक क्लर्क रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार हुआ है। जबकि असिस्टेंट रजिस्ट्रार फरार हो गया। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रेसवार्ता के दौरान कहा कि पहला ऑपरेशन सफल रहा। दोनों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। लाजपत नगर निवासी महेन्द्र पाल सिंह (59) ने बताया कि वर्ष 2001 में को-आपरेटिव सोसायटी से 7 लाख 35 हजार का लोन लिया था। वो अब तक अधिकारियों को 30 लाख रुपये दे चुके हैं। लेकिन उनका लोन खत्म ही नहीं हुआ। सिंह ने बताया कि केस में भ्रष्ट अधिकारियों पर कार्रवाई करने को लेकर मुख्यमंत्री को 2 जनवरी को पत्र लिखा था। जिसके बाद सरकार की तरफ से जवाब आया कि उन्हें खुद ही स्टिंग करना पड़ेगा।
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कैसे हुआ स्टिंग ऑपरेशन :
महेन्द्र सिंह शुक्रवार को किसी काम से रजिस्ट्रार को-आपरेटिव सोसायटी, पार्लियामेंट स्ट्रीट गए थे। जहां उन्हें एक शख्स ने बताया कि को-आपरेटिव सोसायटी उनके खिलाफ वारंट निकाल रही है। वो वारंट कैंसिल कराने की मांग को लेकर वहां पहुंचे तो अधिकारी उनसे घूस मांगने लगे। इसके बाद उन्होंने एंटी करप्शन को फोन किया। मौके पर पहुंचे करप्शन टीम ने महेन्द्र और उस शख्स को चार हजार रुपये देते हुए अधिकारी के पास जाने को कहा। को-आपरेटिव सोसायटी के रिकवरी ब्रांच में क्लर्क बनवारी लाल जब पैसे ले रहा था, तभी टीम ने उसे दबोच लिया, जबकि मौके से असिस्टेंट रजिस्ट्रार फरार हो गया। इन दोनों कर्मचारियों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।
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1031 पर भी भ्रष्टाचार की शिकायत :
भ्रष्टाचार के खिलाफ शिकायत करने वालों के लिए राज्य सरकार ने चार डिजिट का भी नंबर जारी किया है। अब लोग 1031 पर भी भ्रष्टाचार की शिकायत कर सकेंगे। दो दिन पहले जारी नंबर 011-27357169 भी चलता रहेगा। वहीं दो दिन के भीतर सरकार को 23,000 से अधिक शिकायतें मिल चुकी हैं और इनमें से कुल 85 मामलों के स्टिंग कर लिए गए हैं।
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