फर्रुखाबाद: राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के लोगों ने आज जिला मुख्यालय पर धरना देकर केंद्र सरकार के विरुद्ध जहर उगला|
बताया गया कि १९२५ विजय दशमी पर्व पर स्थापना के बाद आरएसएस ने पहली वार पूरे देश में केंद्र सरकार के विरुद्ध धरना के कार्यक्रम का आयोजन किया| वक्ताओं ने संघ के राष्ट्रीय कार्यकारिणी के वरिष्ठ सदस्य इन्द्रेश कुमार का नाम राजस्थान एटीएस द्वारा घसीटे जाने के मामले में केंद्र सरकार खासकर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को दोषी ठहराया गया| आरोप लगाया गया कि देश भक्त आरएसएस को सुनियोजित ढंग से बदनाम करने की साजिश रची गयी| जबकि आरोप पत्र से यह स्पष्ट हुआ है कि इन्द्रेश कुमार के विरुद्ध कोई आरोप नहीं है और न ही उनको आरोपी बनाया गया है|
आरोप लगाया कि मीडिया के एक वर्ग ने जल्दबाजी दिखाते हुए किसी एक बैठक में सामिल होने के नाम पर इन्द्रेश कुमार के विरुद्ध दुष्प्रचार किया है| अजमेर व् हैदराबाद बम्ब विष्फोट की जांच राजनीति व् प्रतिशोध की भावना से प्रेरित है| संविधान से प्रतिवद्ध एवं क़ानून व्यवस्था पर विश्वास रखने वाले संघ को कदापि दवाया नहीं जा सकता|
धरने में विभाग संघ चालक नरेन्द्र पाण्डे, विशम्भर जी, स्वदेश गंगवार, राजेंद्र पाल गुप्ता, अतुल अवस्थी, विजय मिश्रा, देवी सहाय पालीवाल, डॉ ब्रह्मदत्त अवस्थी, भाजपा नेता सुशील शाक्य,
मेजर सुनील दत्त द्विवेदी, अरुण प्रकाश तिवारी ददुआ, डॉ भूदेव राजपूत, डॉ प्रभात अवस्थी, डॉ रजनी सरीन, मन्नी सिंह आदि मौजूद रहे| पुलिस की भी कड़ी सुरक्षा व्यवस्था रही|